सचिन ने आज ही के दिन 32 साल पहले अपने करियर का पहला अंतरराष्ट्रीय शतक लगाया था। उन्होंने यह कारनामा इंग्लैंड के खिलाफ मैनचेस्टर टेस्ट में किया था। इस समय सचिन की उम्र मात्र 17 साल 112 दिन थी। इस शतक के साथ सचिन ने भारत को हार से भी बचाया था।
1990 में भारत और इंग्लैंड के बीच खेली जा रही तीन मैचों की टेस्ट सीरीज का दूसरा मुक़ाबला मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड मैदान पर खेला गया। इस मैच में इंग्लैंड ने पहले बल्लेबाजी करते हुए ग्राहम गूच, (116) माइकल आर्थटन (131) और रॉबिन स्मिथ (121) के बेहतरीन शतकों की मदद से 519 रन बनाए।
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जवाब में भारत 432 रन ही बना पाई। भारत के लिए कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन के 179 की बेहतरीन पारी खेली। अजहरुद्दीन के अलावा संजय मांजरेकर ने 93 और सचिन तेंदुलकर ने 68 रन बनाए। इंग्लैंड के पास दूसरी पाई में 87 रनों की बढ़त थी। ऐसे में उन्होंने 320 रन बनाकर पारी घोषित कर दी। दूसरी पारी में इंग्लैंड के लिए एलन लैंब ने 109 रन बनाए। अब भारत को जीतने के लिए 408 रन चाहिए थे। चौथी पारी में इतना बड़ा स्कोर चेज़ करना आसान नहीं था।
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भारत की सुदरी परी की शुरुआत खराब रही और एक के बाद एक विकेटों की झड़ी लग गई। भारत ने 6 विकेट खोकर 183 रन बनाए। इसके बाद सचिन ने एक तरफ से मोर्चा संभाला और बेहतरीन बल्लेबाजी करते हुए अपने अंतरराष्ट्रीय करियर का पहला शतक लगाया। इस दौरान उन्होंने मनोज प्रभाकर के साथ मिलकर करीब ढाई घंटे बल्लेबाजी की। सचिन की इस पारी की मदद से भारत ने मैच द्रव करा लिया और एक बड़ी हार से बच गए। 3 मैच की इस टेस्ट सीरीज में सचिन ने 61 से अधिक की औसत से कुल 245 रन बनाए थे।