तेंदुलकर ने हाल ही में लिंकडिन पर पोस्ट किए एक वीडियो में कहा था कि उन्हें पारी की शुरुआत करने के लिए टीम प्रबंधन के सामने गिड़गिड़ाना पड़ा था।
सचिन ने कहा था, “1994 में मैंने जब भारत के लिए सलामी बल्लेबाजी की शुरुआत की थी तब सभी टीमों की रणनीति होती थी कि विकेट बचाया जाए। लेकिन मैंने थोड़ा अलग किया। मैंने सोचा कि आक्रामक होकर विपक्षी टीम के गेंदबाजों पर हमला कर सकता हूं, लेकिन मुझे सलामी बल्लेबाजी के लिए टीम प्रबंधन के सामने गिड़गिड़ाना पड़ा था। मैंने कहा था कि अगर मैं विफल हो गया तो मैं दोबारा नहीं कहूंगा।”
उन्होंने कहा, “पहले मैच में न्यूजीलैंड के खिलाफ मैंने ऑकलैंड में 49 गेंदों पर 82 रन बनाए थे। इसके बाद मुझे दोबारा कुछ कहने की जरूरत नहीं पड़ी।”