कांबली की स्थिति इतनी खराब है कि वे पैसे कमाने के लिए क्रिकेट से जुड़ा कोई भी काम करने के लिए तैयार हैं। विनोद कांबली ने अखबार मिड-डे को दिए गए एक इंटरव्यू में बताया कि इस वक्त वो बेरोजगार हैं और उनका परिवार बीसीसीआई की पेंशन से चल रहा है।
कांबली ने कहा, ‘उनकी पेंशन 30 हजार रुपये महीना है और इसी से वो परिवार का पेट पाल रहे हैं। कांबली नें कहा, ‘मेरी आय का स्रोत सिर्फ पेंशन ही है और मैं इसके लिए भारतीय क्रिकेट बोर्ड का आभारी हूं।’
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विनोद कांबली ने बताया कि सचिन को उनकी इस हालत के बारे में पता है। कांबली ने कहा, ‘सचिन को सबकुछ पता है। लेकिन मैं उनसे कोई उम्मीद नहीं रखता। उन्होंने मुझे तेंदुलकर मिडिलसेक्स ग्लोबल एकेडमी में काम दिया था और मैं उससे बहुत खुश था। वो मेरे बहुत अच्छे दोस्त हैं। वो हमेशा मेरे लिए खड़े रहे हैं।’ कांबली तेंदुलकर की मिडिलसेक्स ग्लोबल एकेडमी में मेंटॉर थे। लेकिन उन्होंने वहां जाना छोड़ दिया।
कांबली ने कहा, ‘मैं रोज सुबह 5 बजे उठता था। इसके बाद डीवाई पाटिल स्टेडियम के लिए टैक्सी पकड़ता था। उस वक्त मैं बीकेसी ग्राउंड में शाम के वक्त भी कोचिंग देता था। ये मेरे लिए काफी थकाने वाला शेड्यूल था। मैं एक रिटायर्ड क्रिकेटर हूं।’ कांबली ने कहा कि मुझे असाइनमेंट चाहिए जिससे कि मैं युवा क्रिकेटरों की मदद कर सकूं।’
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उन्होंने कहा, ‘मुझे पता है कि मुंबई के मुख्य कोच अमोल मजूमदार है और अगर उन्हें मेरी जरूरत है तो मैं वहां हूं। मैंने उनके कई बार कहा है कि अगर आपको मेरी जरूरत है तो मैं आपके साथ हूं।’ बता दें विनोद कांबली ने भारत के लिए 104 वनडे, 17 टेस्ट मैच खेले हैं। उनके नाम 3561 इंटरनेशनल रन हैं। इस दौरान उन्होंने चार टेस्ट शतक और 2 वनडे शतक लगाए हैं।