‘नहीं मायने रखता शतक या अर्धशतक’
भारत के लगातार मैच जीतने के बावजूद रोहित शर्मा के बल्ले से फ्लॉप शो पर बार-बार सवाल उठाए गए, लेकिन ‘हिटमैन’ ने टी20 विश्व कप के एक महत्वपूर्ण सुपर-8 मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपने आलोचकों को करारा जवाब दिया। रोहित शुरू से ही पूरी ताकत से खेलने के मूड में थे, उन्होंने 224.39 की स्ट्राइक रेट से सात चौके और आठ छक्के लगाकर ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजी लाइनअप की बखिया उधेड़ दी। इस बारे में बात करते हुए कि क्या मैच के दौरान उनके दिमाग में 100 रन बनाने का विचार था। भारतीय कप्तान ने कहा कि 50 और 100 रन मायने नहीं रखते।
गेंदबाजों को दवाब में रखना चाहते हैं रोहित
रोहित ने मैच के बाद कहा, “मैंने आपको अपने पिछले पोस्ट-मैच प्रेजेंटेशन में बताया था कि 50 और 100 रन मायने नहीं रखते। मैं उसी लय के साथ वापस आना चाहता था और जहां भी जरूरी था, वहां शॉट खेलना चाहता था। मैं गेंदबाजों पर दबाव बनाना चाहता था। आप एक बार लय हासिल करने के बाद आगे बढ़ते रहना चाहते हैं और टीम के लिए एक बड़ा स्कोर सेट करना चाहेंगे।” रोहित की बल्लेबाजी के अलावा, सूर्यकुमार यादव, शिवम दुबे और हार्दिक पंड्या ने क्रमशः 31, 28 और नाबाद 27 रन बनाकर भारत को 205 के शानदार स्कोर तक पहुंचाया। जवाब में ऑस्ट्रेलिया की टीम पूरे 20 ओवर खेलने के बाद 7 विकेट गंवाकर 181 रन ही बना सकी।