फ़ाइनल मुक़ाबले में 59 गेंद पर 76 रनों की पारी खेलने के बाद कोहली ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया। इसके थोड़ी देर बाद कप्तान रोहित शर्मा ने भी इसका ऐलान किया। संन्यास का एलान करते हुए रोहित ने कहा कि इससे बेहतर समय कुछ और नहीं हो सकता। उन्होंने कहा, ‘मैं इस ट्रॉफी और टी20 विश्व कप जीतने के लिए बेताब था। खुश हूं कि इस बार हम कामयाब रहे हैं।’ रोहित ने कहा कि वह टेस्ट और वनडे प्रारूपों में भारत के लिए खेलते रहेंगे, लेकिन वह सबसे छोटे फॉर्मेट से पीछे हट रहे हैं।
रोहित ने मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान भारत के ऐतिहासिक दूसरे टी20 विश्व कप खिताब का जश्न मनाते हुए कहा, ‘अलविदा कहने का इससे बेहतर समय नहीं हो सकता। यह मेरा आखिरी मैच भी था। जब से मैंने इस प्रारूप को खेलना शुरू किया है तब से मैंने इसका आनंद लिया है। मुझे इसका हर पल पसंद आया है। मैं यही चाहता था। मैं कप जीतना चाहता था।’ हिटमैन के इस बयान के बाद मीडिया ने भी तालियों से उन्हें बधाई दी और उनका हौसला बढ़ाया।
बता दें इस वर्ल्ड कप में रोहित ने जोरदार प्रदर्शन करते हुए 257 रन ठोके हैं। रोहित ने इस टी20 वर्ल्ड कप के पहले ही मुक़ाबले में अर्धशतक जड़ा था। उन्होंने आयरलैंड के खिलाफ नाबाद 52 रन बनाए थे। इसके बाद वे लय से भटक गए और पाकिस्तान के खिलाफ 13, अमेरिका के खिलाफ तीन और अफगानिस्तान के खिलाफ 8 रन ही बना सके। बांग्लादेश के खिलाफ उन्होंने अच्छी शुरुआत की लेकिन मात्र 23 रन ही जोड़ पाये।
लेकिन फिर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ रोहित का बल्ला फिर एक बार गरजा। उन्होंने इस मैच में ताबड़तोड़ बल्लेबाजी करते हुए 41 गेंदों पर 92 रनों बनाए। लेकिन वे अपने शतक से चूक गए। वहीं इंग्लैंड के खिलाफ सेमीफाइनल मुक़ाबले में रोहित ने 39 गेंदों पर 57 रन की पारी खेली। हालांकि फ़ाइनल में वे एक बार फिर सस्ते में आउट हो गए।