चौथे दिन सरफराज और पंत के तौर पर भारत ने 2 विकेट गंवाए। सरफराज खान 150 रन बनाकर आउट हुए। सरफराज ने 195 गेंदों का सामना करते हुए 18 चौके और 3 छक्के लगाए। सफराज के बाद ऋषभ पंत भी ज्यादा देर तक क्रीज पर नहीं रहे। पंत नवर्स नाइंटीज का शिकार हुए। वह 99 रन के निजी स्कोर पर आउट हो गए। भारत को पहली पारी में 46 रन पर समेटने के बाद न्यूजीलैंड ने पहली पारी में 402 रन बनाए थे।
चौथा दिन सरफराज और पंत के नाम
भारत ने चौथे दिन 231/3 से आगे खेलना शुरू किया और पंत और सरफराज को भारत को लक्ष्य के करीब ले जाने की जिम्मेदारी सौंपी गई। तीसरे दिन कीपिंग करते समय घुटने में चोट लगने के बावजूद पंत ने असहजता के कोई लक्षण नहीं दिखाए और अपनी खास आक्रामक शैली के साथ कमान संभाली। सतर्क शुरुआत के बाद उन्होंने जवाबी हमला किया। अपने पांचवें टेस्ट में सरफराज ने शानदार शतक जड़कर सुर्खियां बटोरीं, लेकिन पारी को स्थिर करने में ऋषभ पंत का योगदान भी उतना ही महत्वपूर्ण रहा। दोनों भारतीय बल्लेबाजों के बीच चौथे विकेट के लिए 211 गेंद में 177 रन की महत्वपूर्ण साझेदारी हुई। सरफराज खान 150 रन बनाकर आउट हुए, वहीं ऋषभ पंत अपने टेस्ट करियर का 7वां शतक ठोकने से चूक गए। यह भी पढ़ें
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