बता दें कि आयरलैंड के खिलाफ टीम इंडिया में डेब्यू करने वाले रिंकू सिंह उत्तर प्रदेश के जिला अलीगढ़ के अंतर्गत एक छोटे से गांव से निकलकर भारतीय टीम में पहुंचे हैं। फर्श से अर्श तक पहुंचने का उनका सफर काफी संघर्षपूर्ण रहा है। रिंकू ने जियो सिनेमा से बातचीत के दौरान कहा कि टीम इंडिया में शामिल होने के लिए काफी पसीना बहाया है। क्रिकेट के प्रति मेरे जुनून ने मुझे आर्थिक परेशानियों से निपटने में मदद की।
‘परिवार को अच्छी जिंदगी देना चाहता था’
रिंकू ने बताया कि एक चीज मुझे आगे बढ़ने के लिए हमेशा प्रेरित करती है और वह है परिवार को अच्छी जिंदगी देना। उन्होंने कहा कि यह तभी संभव था, जब वह खेल में आगे बढ़ते। आत्मविश्वास के चलते मुझे आगे बढ़ने में मदद मिली। बता दें कि वेस्टइंडीज दौरे पर रिंकू सिंह को नहीं चुना गया, लेकिन आयरलैंड के दौरे पर उनका सपना सच हो गया। हालांकि बारिश बाधित पहले मैच में उन्हें बल्लेबाजी का मौका नहीं मिल सका।
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‘मां हमेशा कहा करती थीं’
डेब्यू को लेकर उन्होंने भावुक होते हुए कहा कि मां हमेशा कहा करती थीं कि अगर मुझे भारत के लिए खेलना है तो कड़ी मेहनत करनी होगी। मैंने टीम इंडिया में जगह बना ली है। इसलिए अब वह अपनी मा का सपना जी रहे हैं। उन्होंने कहा कि वह माता-पिता को गरीबी से छुटकारा दिलाना चाहते थे। मेरे परिवार ने करीब से आर्थिक तंगी देखी है।
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