सईद अजमल ने एक इंटरव्यू के दौरान कहा कि अश्विन को अंतराष्ट्रीय क्रिकेट से एक प्लानिंग के तहत कुछ समय के लिए दूर रखा गया। सईद अजमल के बॉलिंग एक्शन पर आईसीसी ने आपत्ति जताई थी। वहीं वर्ष 2008 से लेकर 2015 के दौरान नियमित अंतराल पर अजमल के एक्शन को रिपोर्ट किया गया। अब अजमल ने उनके साथ हुए बर्ताव पर नाराजगी जताते हुए कहा कि कुछ तो गलत जरूर था।
अजमल ने बातचीत में कहा कि वह पिछले आठ साल से खेल रहे थे और ये सभी नियम बिना किसी से पूछे बदल देते हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि ये सभी नियम मेरे लिए थे। साथ ही अश्विन पर बयान देते हुए उन्होंने कहा कि उस समय आर. अश्विन छह महीने के लिए क्रिकेट से दूर थे, ऐसा क्यों था? अजमल ने सवाल उठाते हुए कहा कि आप अपने गेंदबाज पर काम कर सकते हो और आपका गेंदबाज प्रतिबंधित नहीं होता। वहीं अगर कोई पाकिस्तानी बॉलर प्रतिबंधित होता है, तो वे परवाह नहीं करे। वे केवल पैसे की परवाह करते हैं। अजमल ने नाम तो नहीं लिया लेकिन उनका इशारा आईसीसी की तरफ माना जा रहा है।
वहीं सईद अजमल ने वर्ष 2011 के वर्ल्ड कप में डिआरएस नियम से बचने से पहले सचिन को आउट देने अंपायर के लिए कहा कि, जिस अपांयर ने सचिन को आउट दिया था, क्या वह कहने के लिए तैयार होगा कि उन्हें यह सही लगा। अजमल का कहना है कि डीआरएस को मैनुअली चेक किया जा सकता है। आप इसे किसी भी स्तर पर बदल सकते हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि वह उस बारे में नहीं जानते, लेकिन अगर अब इसे देखा जाए तो पाएंगे कि गेंद स्टंप्स से टकरा रही थी। अजमल का कहना है कि हजारों लोग उनसे से यह सवाल पूछ चुके हैं, लेकिन उनके पास इसका कई जवाब नहीं है।