शास्त्री ने तेज गेंदबाज शार्दुल ठाकुर की जमकर आलोचना की है और कहा है कि वह अब बच्चे नहीं हैं। शास्त्री का मानना है कि भारत के पास अनुभव की कमी थी जो शार्दुल के अनुभव के बावजूद पर्याप्त नहीं था। शार्दुल ने इस मैच में 5.3 की इकोनॉमी रेट से 101 रन लुटाए और सिर्फ एक विकेट लिया। डीन एल्गर को आउट करने के बावजूद शार्दुल कुल मिलाकर औसत रहे।
मैच के बाद शास्त्री ने कहा, ‘भारत के गेंदबाजी आक्रमण में अनुभव की कमी थी। उनके पास दो अनुभवी बुमराह और सिराज हैं, लेकिन उन्हें शमी की कमी खली। शार्दुल ठाकुर कोई बच्चा नहीं है। वह टीम के चौथे तेज गेंदबाज हैं। आपको स्पेशलिस्ट तीसरे तेज गेंदबाज की जरूरत थी, जो थोड़ा अनुभवी हो। इससे विदेशों में काफी अंतर पैदा होता है।
वहीं पूर्व कोच ने अर्शदीप सिंह का जिक्र भी किया और उन्हें टेस्ट क्रिकेट खिलाने की सलाह दी। शास्त्री ने कहा, ‘बात यह है कि आप उनका प्रथम श्रेणी रिकॉर्ड देखना चाहते हैं। क्या वह लंबे स्पैल फेंक सकते हैं? क्या उन्होंने रणजी ट्रॉफी में काफी क्रिकेट खेला है? मैं उन्हें रणजी और प्रथम श्रेणी क्रिकेट में खेलने के लिए कहूंगा और उन्हें योजनाओं में बनाए रखूंगा क्योंकि अगर कोई इन मैदानों पर स्विंग करा सकता है जैसा कि उन्होंने दक्षिण अफ्रीका में सफेद गेंद से किया था तो वह उपयोगी साबित हो सकते हैं। अर्शदीप ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ वनडे सीरीज के दौरान जोहानिसबर्ग में पांच विकेट और पार्ल में 30 रन देकर चार विकेट चटकाए थे।
मैच का हाल –
बारिश कारण पहले दो दिन करीब 134 ओवर का ही खेल हो पाया। दक्षिण अफ्रीका ने पहली पारी में 408 रनों का स्कोर खड़ा करते हुए 163 रनों की बढ़त बनाई थी। इसके जवाब में भारतीय टीम दूसरी पारी सिर्फ 131 रनों पर सिमट गई। दक्षिण अफ्रीका से पहली पारी में 185 रन बनाने वाले डीन एल्गर प्लेयर ऑफ द मैच रहे। वह अपने करियर की आखिरी टेस्ट सीरीज में खेल रहे हैं। दक्षिण अफ्रीका की ओर से कगिसो रबाडा ने पहली पारी में पांच और दूसरी पारी में तीन विकेट लिए। नांद्रे बर्गर को पहली पारी में तीन और दूसरी पारी में चार बल्लेबाजों को आउट किया। भारत की दूसरी पारी में विराट कोहली 76 रन और शुभमन गिल 26 रन के अलावा कोई भी बल्लेबाज दहाई अंक तक नहीं पहुंच सका। चार बल्लेबाज शून्य पर आउट हुये।