सौराष्ट्र ने अपनी पहली पारी में शेल्डन जैक्सन (103) के शतक की मदद से 304 रनों का स्कोर खड़ा किया था। गुजरात की ओर से सबसे सफल गेंदबाज अरजान नागवासवाला रहे थे। उन्होंने पहली पारी में पांच विकेट लिए थे, जबकि अक्षर पटेल और रश कलारिश ने क्रमश: तीन और दो विकेट लिए। इसके जवाब में गुजरात ने अपनी पहली पारी में रुजुल भट्ट (71) और चिंतन गाजा (61) की अर्धशतक की मदद से 252 रन बनाए थे। सौराष्ट्र की ओर से सबसे कामयाब गेंदबाज रहे कप्तान जयदेव उनादकट। उन्होंने तीन विकेट लिए थे, जबकि चेतन सकारिया, चिराग जानी और धर्मेंद्रसिंह जडेजा ने दो-दो विकेट लिए थे। एक विकेट प्रेरक मांकड़ को मिला था।
इस प्रकार पहली पारी के आधार पर सौराष्ट्र को 52 रनों की बढ़त मिली थी।
दूसरी पारी में भी सौराष्ट्र ने गुजरात को पछाड़ा
इसके बाद दूसरी पारी में सौराष्ट्र की टीम की ओर से शेल्डन जैक्सन (139) ने शतक लगाया। उनके अलावा चिराग जानी (51) ने अर्धशतकीय पारी खेली। इन दोनों बल्लेबाजों के दम पर सौराष्ट्र ने अपनी दूसरी पारी में 274 रन का स्कोर बनाया और गुजरात के सामने जीत के लिए 327 रनों का लक्ष्य रखा। गुजरात की ओर से दूसरी पारी में चिंतन गाजा ने शानदार गेंदबाजी की। उन्होंने सौराष्ट्र के गिरे 10 में से सात विकेट अपने नाम किए, जबकि दो विकेट अरजान नागवासवाला को दो विकेट मिला और सौराष्ट्र का एक खिलाड़ी रन आउट हुआ।
जीत के लिए मिले 327 रनों के सामने गुजरात की पूरी टीम 234 रनों पर आलआउट हो गई। गुजरात की ओर से कप्तान पार्थिव पटेल (93) और चिराग गांधी (96) अपने शतक से चूक गए। इन दोनों के अलावा गुजरात का कोई और बल्लेबाज विकेट पर टिकने का साहस नहीं दिखा सका। उसके आठ बल्लेबाज दो अंकों में भी नहीं पहुंच सके। इस कारण गुजरात को 92 रनों से हार का सामना करना पड़ा। सौराष्ट्र की ओर से दूसरी पारी में भी सबसे कामयाब गेंदबाज कप्तान उनादकट रहे। उन्होंने गुजरात पर कहर बरपा कर रख दिया। 22.2 ओवर में महज 56 रन देकर सात विकेट लिए। इस तरह उन्होंने दोनों पारियों को मिलाकर 10 विकेट लेने का कारनामा किया। उनके अलावा धर्मेंद्रसिंह जडेजा, प्रेरक मांकड़ और चिराग जानी ने एक-एक विकेट लिया।
बता दें कि रणजी ट्रॉफी का फाइनल मैच नौ मार्च से खेला जाएगा। फाइनल में पहुंचने के बाद पश्चिम बंगाल की टीम ने फाइनल के लिए न्यूजीलैंड दौरे से हाल ही में लौटे टीम इंडिया के विकेटकीपर बल्लेबाज वृद्धिमान साहा को टीम में शामिल कर लिया है। हालांकि 12 मार्च से दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ होने वाले तीन मैचों के एकदिवसीय सीरीज में मोहम्मद शमी के चुने जाने की संभावना को देखते हुए उन्हें अपनी टीम में जगह नहीं दी है। इसी तरह उम्मीद है कि सौराष्ट्र भी रणजी ट्रॉफी की अपनी संभावनाओं को मजबूत करने के लिए चेतेश्वर पुजारा को अपनी टीम में जगह दे सकता है। हालांकि उसके भी स्टार आलराउंडर रविंद्र जडेजा के बाहर रहने की उम्मीद है, क्योंकि वह उस वक्त दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ एकदिवसीय सीरीज में मोहम्मद शमी की तरह टीम इंडिया की तरह व्यस्त रहेंगे।
बता दें कि सौराष्ट्र पिछली बार भी रणजी ट्रॉफी के फाइनल में पहुंचा था, लेकिन विदर्भ की टीम ने फाइनल में उसे हराकर रणजी ट्रॉफी जीतने के उसके मंसूबों पर पानी फेर दिया था। सौराष्ट्र इस बार यह मौका नहीं चूकना चाहेगा।