सौरव गांगुली, आर अश्विन और रोहित शर्मा
भारत के लिए टेस्ट खेलना हर क्रिकेटर के लिए किसी सपने से कम नहीं। टी-20 और वनडे की दौड़ में आज भी टेस्ट क्रिकेट को बड़े सम्मान के साथ देखा जाता है ।टेस्ट क्रिकेट में एक अलग टेम्परामेंट की साथ लम्बी परियां खेलना, अपना विकेट बचाते हुए टीम की लिए अहम योगदान देना आदि सबसे अहम पहलु होते हैं । जो लिमिटेड ओवर प्लेयर और टेस्ट प्लेयर में अंतर पैदा करते हैं । टेस्ट क्रिकेट में सफलता एक अलग ही अनुभूति देती है । इसके साथ ही जब पहले टेस्ट और पहले टेस्ट सीरीज में ही अपने उम्दा प्रदर्शन से टीम का कोई खिलाड़ी बहुमूल्य प्रदर्शन करता है तो वो टीम का ख़ास बन जाता है । भारत की लिए पृथ्वी शॉ से पहले प्रिंस ऑफ कोलकाता के नाम से मशहूर सौरव गांगुली, अपनी फिरकी से दुनिया भर की बल्लेबाजों की नाक में दम करने वाले आर अश्विन और भारतीय बल्लेबाजी की रीढ़ रोहित शर्मा ने अपनी पहली ही टेस्ट सीरीज में मैन ऑफ़ द सीरीज अपने नाम किया है ।
सौरव गांगुली –
इंग्लैंड का लॉर्ड्स मैदान जिसे ‘क्रिकेट का मक्का’ भी कहा जाता है। वहां अपने डेब्यू मैच में ही 31 रनों की शानदार पारी खेल कर सौरव उन चुनिंदा खिलाड़ियों में शामिल हो गए जिन्हे अपने पहले ही टेस्ट में शतक लगाने का गौरव प्राप्त है । गांगुली तब अपने डेब्यू मैच में शतक लगाने वाले 10 वें खिलाड़ी बने थे।लॉर्ड्स टेस्ट की बाद ट्रेंटब्रिज में हुए दूसरे टेस्ट मैच में भी शानदार 136 रनों की साथ शतक लगाया था।इन दो मैचों में दो शतक की कारण ही उन्हें मैन ऑफ़ द सीरीज से भी नवाज गया था ।
आर अश्विन –
2011 में वेस्टइंडीज के खिलाफ अपना टेस्ट डेब्यू करने वाले आश्विन ने अपने पहले ही मुकाबले में 9 विकेट झटके थे।यही नहीं उन्होंने तीसरे टेस्ट जो की मुंबई में हुआ था । अश्विन ने 2 विकेट लेने के साथ शानदार शतक भी जड़ा था।उस सीरीज में अश्विन को उनके ऑलराउंड खेल के लिए मैन ऑफ द सीरीज चुना गया था। तीन मैचों की श्रृंखला की दौरान अश्विन ने 22 विकेट लिए थे और 1 शानदार शतक भी लगाया था।
रोहित शर्मा –
2013 में कोलकाता के ईडन गार्डन मैदान पर वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट डेब्यू करने वाले रोहित शर्मा ने 108 वनडे मैच खेलने के बाद टेस्ट में डेब्यू किया था। तब रोहित नेअपने टेस्ट करियर की शुरुआत 177 रन की पारी के साथ की थी । इसके बाद खेले गये वानखेड़े स्टेडियम में भी रोहित का बल्ला जम कर बोला था और उन्होंने लगातार दो मैचों में दो शतक लगाए थे । उनका टेस्ट डेब्यू एक ड्रीम डेब्यू साबित हुआ था।और रोहित की बदौलत ही भारत वो श्रृंखला जीत पाया था ।