स्मिथ आस-पास भी नहीं
पीटरसन ने कहा कि विराट कोहली बेहतरीन बल्लेबाज हैं। दबाव में लक्ष्य का पीछा करते हुए उन्होंने भारत को जितनी बार जीत दिलाई है, अगर इसकी तुलना स्टीव स्मिथ से की जाए तो वह कोहली के आस-पास भी नहीं ठहरते। पीटरसन ने कहा कि इसलिए अपनी पुस्तक में उन्होंने सचिन से ज्यादा तवज्जो कोहली को दी है। केविन पीटरसन ने कहा कि दबाव में रन बनाने की निरंतरता कोहली को स्मिथ से काफी अलग खिलाड़ी बनाता है।
सचिन से भी बेहतर हैं कोहली
मबांग्वा ने जब पीटरसन से यह पूछा कि वह विराट और सचिन में से किसे बेहतर मानते हैं तो पीटरसन ने कहा कि वह विराट को आगे रखेंगे, क्योंकि रन चेज करने में विराट को महारत हासिल है। उनके सभी वनडे शतक पीछा करते हुए आए हैं। भारत के लिए मैच जीतने के मामले में वह निरंतर हैं। पीटरसन बोले, उनकी नजर में निजी प्रदर्शन की तुलना में उनके लिए अपनी टीम या देश के लिए मैच जीतना ज्यादा अहम है। एक बल्लेबाज के तौर पर आपने कितने मैच खेले, कितनी बार मैन ऑफ द मैच रहे इसका कोई अर्थ नहीं, बल्कि अहम यह है कि देश के लिए कितने मैच जीते। विराट कोहली टीम इंडिया के लिए यही कर रहे हैं।
चेज मास्टर हैं कोहली
पीटरसन ने कहा कि विराट कोहली लक्ष्य का पीछा करने के आंकड़ों के कारण सबसे आगे हैं। उनके यह आंकड़े शानदार हैं। इस दौरान उनका औसत 80 से भी ज्यादा का है। वह भारत को लगातार मैच जिताते हैं। इतना ही नहीं, वह इन आकंड़ों को लगातार बदल रहे हैं। पीटरसन ने कहा कि उनके लिए देश को जिताना ज्यादा मायने रखता है। कोहली को लक्ष्य का पीछा करने में महारत हासिल है। यही कारण है कि उन्हें चेज मास्टर भी कहा जाता है। बता दें कि दूसरी पारी में बल्लेबाजी करते हुए सचिन का औसत महज 42.33 है तो वहीं कोहली का औसत 68.33 है।
क्या कहते हैं आंकड़े
विराट कोहली का क्रिकेट के तीनों प्रारूपों में 70 शतक है, जबकि 50 से ज्यादा का औसत है। वहीं स्टीव स्मिथ का औसत टेस्ट में तो विराट से ज्यादा है, लेकिन वनडे और टी-20 में वह उनके पीछे हैं। स्मिथ ने 73 टेस्ट में 62.74 की बेहद शानदार औसत से 7227 रन बनाए हैं, जबकि वनडे में 42.46 और टी-20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 29.60 का औसत है। वहीं अगर विराट की बात करें तो 86 टेस्ट में 53.62 की औसत से उन्होंने 9,240 रन बनाए हैं, जबकि वनडे में 59.33 का औसत है और टी-20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 50.80 है।