न्यूजीलैंड टीम का पलड़ा सबसे भारी
09 नवंबर को श्रीलंका से होगा भिड़ंत : न्यूजीलैंड को अपना आखिरी मैच गुरुवार को बेंगलूरु में श्रीलंका से खेलना है। कीवी टीम को हर हाल में इस मैच को जीतने की दरकार है। यदि टीम बड़े अंतर से मैच जीतती है तो उसका दावा सबसे मजबूत हो जाएगा, क्योंकि टीम अभी बेहतर नेट रन रेट के आधार पर चौथे स्थान पर है।
हारे तो क्या : कीवी टीम यदि श्रीलंका से हारती है तो वो तभी सेमीफाइनल में पहुंचेगी, जब पाकिस्तान और अफगानिस्तान की टीम भी अपना आखिरी मैच हार जाए। इसके बाद भी फैसला नेट रन रेट के आधार पर होगा।
पाकिस्तान की राह में नेट रन रेट बड़ी बाधा
11 नवंबर को इंग्लैंड से होगा भिड़ंत : पाक टीम ने पिछले दो मैच लगातार जीते हैं और वो अभी पांचवें नंबर पर है और उसका नेट रन रेट न्यूजीलैंड से कम है। यदि न्यूजीलैंड अपना आखिरी मैच हारती है तो पाकिस्तान को सिर्फ इंग्लैंड पर जीत दर्ज करने की जरूरत होगी। लेकिन यदि कीवी टीम जीती तो पाक टीम को बड़े अंतर से इंग्लैंड को हराना होगा।
हारे तो क्या : पाकिस्तान की टीम यदि हारती है तो उसकी राह मुश्किल हो जाएगी। लेेकिन यदि न्यूजीलैंड और अफगानिस्तान अपने आखिरी मैच बडे अंतर से हार जाएं तो पाकिस्तान के लिए मौका बन सकता है।
अफगान टीम के लिए बेहद मुश्किल रास्ता
10 नवंबर को दक्षिण अफ्रीका से होगा सामना : ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ जीती बाजी हारने वाली अफगान टीम के लिए अब सेमीफाइनल की राह काफी कठिन हो गई है। टीम अभी छठे नंबर पर है लेकिन उसका नेट रन रेट न्यूजीलैंड और पाकिस्तान से बेहद कम है। ऐसे में उसे अपने आखिरी मैच में दक्षिण अफ्रीका को बहुत ही बड़े अंतर से हराना होगा। साथ ही, प्रार्थना करनी होगी कि पाकिस्तान और न्यूजीलैंड अपने मैच हार जाए।
हारे तो क्या : अफगान टीम यदि आखिरी मैच हारती है तो उसके लिए सेमीफाइनल के रास्ते बंद हो जाएंगे। लेकिन यदि न्यूजीलैंड और पाकिस्तान अपने आखिरी मैच बहुत ही बड़े अंतर से हार जाएं तो थोड़ा मौका बन सकता है।