आप भी ले सकते हैं भाग
ओलंपिक डे में शामिल होने के लिए ओलंपियन होना जरूरी नहीं है। इस बार इस आयोजन में भाग लेने के लिए आप किसी खिलाड़ियों या ओलंपिक के इंस्टाग्राम पेज से जुड़ सकते हैं और इस उत्सव का हिस्सा बन सकते हैं। आज दुनियाभर के स्टार और दिग्गज खिलाड़ी अपने-अपने घर पर ऑनलाइन वर्कऑउट कर रहे हैं। इनके साथ जुड़कर या ओलंपिक के इंस्टाग्राम पेज पर जुड़कर खुद भी आप वर्कआउट कर सकते हैं और अपने पसंदीदा खिलाड़ियों से प्रेरणा ले सकते हैं।
आज ही के दिन 1894 में हुई थी ओलंपिक समिति की स्थापना
आज ही के दिन 1894 को सोरबोन, पेरिस में अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (International olympic committee) की स्थापना हुई थी। जहां पियरे डे कोबेर्टिन ने ओलंपिक खेलों के पुनरुद्धार के लिए एक रैली की थी। इसी कारण हर साल 23 जून को ओलंपिक दिवस मनाया जाता है। सबसे पहले चेक आईओसी (IOC) के सदस्य डॉक्टर ग्रेस ने स्टॉकहोम में अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति के 41वें सत्र में विश्व ओलंपिक दिवस मनाने का विचार पेश किया था। उन्होंने अपने प्रस्ताव में कहा था कि ओलंपिक के संदेशों और मूल उद्देश्य को को प्रचारित-प्रसारित करने के लिए एक दिन निर्धारित किया जाना चाहिए। उनके प्रस्ताव को कुछ महीने बाद जनवरी 1948 में सेंट मोरित्ज में आईओसी के 42वें सत्र में मंजूरी मिल गई। राष्ट्रीय ओलंपिक समितियों को इस कार्यक्रम के आयोजन का प्रभारी बनाया गया। इसके बाद से इस तारीख को ओलंपिक डे मनाया जा रहा है।
पहली बार 1948 में मनाया गया ओलंपिक डे
ओलंपिक डे का आयोजन पहली बार 23 जून 1948 को किया गया। पहली बार में ग्रीस, ग्रेट ब्रिटेन, पुर्तगाल, कनाडा, स्विट्जरलैंड, ऑस्ट्रिया, उरुग्वे, वेनेजुएला और बेल्जियम ने अपने-अपने देशों में ओलंपिक दिवस का आयोजन किया। तब आईओसी के अध्यक्ष सिगफ्रीड एडस्ट्रॉम थे। तब ओलंपिक दिवस का आयोजन बहुत छोटे पैमाने पर हुआ था, लेकिन अब ये बहुत बड़ा आयोजन बन चुका है। इस दिन दुनियाभर की राष्ट्रीय ओलंपिक समितियां, ‘आगे बढ़ो’, ‘सीखो’ और ‘खोजो’ के तीन स्तंभों के आधार पर उम्र, लिंग, सामाजिक पृष्ठभूमि या खेल क्षमता की बिना परवाह के अलग-अलग तरह की पहल करती हैं।