बीसीसीआई को है मार्केटिंग टीम की रिपोर्ट का इंतजार
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के सूत्र से मिली जानकारी के अनुसार, संचालन समिति की बैठक के लिए अभी तक कोई तारीख मुकर्रर नहीं की गई है। इसका कारण यह है कि बीसीसीआई आईपीएल के वित्तीय पहलुओं पर आंतरिक मार्केटिंग टीम की रिपोर्ट का इंतजार कर रहा है। बता दें कि मौजूदा करार के मुताबिक, 2022 तक चीनी मोबाइल कंपनी वीवो (Vivo) आईपीएल की मुख्य प्रायोजक है। बीसीसीआई की इस कंपनी से 2017 में हुए पांच साल के करार के मुताबिक बोर्ड को सालाना करीब 440 करोड़ रुपए मिलते हैं।
देश में बढ़ रही है चीनी उत्पादों के बहिष्कार की मांग
भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर तनाव बढ़ रहा है। इस बीच देश में लगातार चीनी उत्पादों के बहिष्कार की मांग भी बढ़ रही है। गलवान वैली (Galwan Valley) में भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच झड़प में कर्नल समेत 20 भारतीय सैनिक शहीद हो गए थे। इसके बाद से यह मांग उठ रही है कि बीसीसीआई आईपीएल के आधिकारिक स्पांसर चीनी मोबाइल कंपनी वीवो के साथ अपना करार रद्द करे। इसी के मद्देनजर इस सप्ताह में आईपीएल गवर्निंग काउंसिल की बैठक होनी है।
29 मार्च से ही आईपीएल का आयोजन होना था, लेकिन उससे पहले कोरोना वायरस (Coronavirus) के कारण देश में लॉकडाउन हो गया और इसे अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया है। इसके बाद से इसके होने को लेकर संशय की स्थिति बनी हुई है, लेकिन आईपीएल को कराने को लेकर बीसीसीआई पूरा जोर लगा रहा है। उसने कहा कि अगर दर्शकों का स्टेडियम में आना संभव नहीं हुआ तो वह बंद दरवाजों के पीछे भी आईपीएल करा सकती है। वह इस साल टूर्नामेंट का आयोजन कैसे कराया जाए, इसे लेकर सभी संभावित विकल्पों पर काम कर रहा है। उसने एक संभावित तिथि 26 सितंबर भी सोच रखी है। बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली (Sourav Ganguly) ने क्रिकेट के सभी संबद्ध सदस्यों को लिखे अपने पत्र में इस साल आईपीएल का आयोजन कराने की उम्मीद जताई है। लेकिन यह तभी मुमकिन है, जब आईसीसी इस साल अक्टूबर-नवंबर में ऑस्ट्रेलिया में होने वाले टी-20 विश्व कप (T20 World Cup) को रद्द कर दे।