Mushfiqur Rahim ने मैदान पर ही खोया आपा, कैच लपकने के दौरान साथी खिलाड़ी को तमाचा जड़ने की कोशिश
बांग्लादेश में हो रहे टी20 कप के दौरान वरिष्ठ खिलाड़ी Mushfiqur Rahim ने खोया आपा
नौसम को मैदान पर ही तमाचा जड़ने की कोशिश की
विरोधी टीम के अहम खिलाड़ी का कैच लपकने के चलते भिड़ गए थे दोनों
साथी खिलाड़ी नौसम को मैदान पर तमाचा मारने की कोशिश करते मुशफिकुर रहीम
नई दिल्ली। भारत के पड़ोसी मुल्क बांग्लादेश ( Bangladesh ) में इन दिनों टी-20 कप ( T-20 Cup ) खेला जा रहा है। इस कप के लिए सेमीफाइनल में टॉप चार टीमों ने जगह भी बना ली है। लेकिन ये टी-20 कप उस वक्त सुर्खियों में आ गया जब मैदान पर एक खिलाड़ी अपना आपा खो बैठे।
दरअसल बेक्सिमो ढाका और फॉर्च्युन बरिशल के बीच सोमवार को मुकाबला खेला गया। इस मुकाबले के दौरान वीकेट कीपर मुशफिकुर रहीम ( Mushfiqur Rahim ) विरोधी टीम के बल्लेबाज का कैच लपकने को लेकर इतने उत्तेजित हो गए कि साथी खिलाड़ी के टकराने पर उसे तमाचा रसीद करने की कोशिश कर डाली।
रहीम के गुस्से की रही चर्चा मुशफिकुर रहीम की कप्तानी में टीम ने 9 रनों से मैच तो जीत लिया, लेकिन इस जीत से ज्यादा चर्चा रही रहीम के गुस्से की। जो कैच लपकने के दौरान देखने को मिला।
इसलिए खोया आपा रहीम अपनी टीम के खिलाड़ी नासुम अहमद पर आपा खो बैठे। ये हादसा दूसरी पारी के 17वें ओवर के दौरान हुआ। मैच रोमांचक स्थिति में था। दोनों टीमें जीत के लिए संघर्ष कर रही थीं, बारिशल की टीम को 19 गेंद पर 45 रन की जरूरत थी। उसके हाथ में पांच विकेट थे और अफिफ हुसैन अच्छी बल्लेबाजी कर रहे थे।
ऐसे में उनका विकेट रहीम की टीम के लिए काफी महत्वपूर्ण था। यही वजह है कि जब आफिक की गेंद हवा में उछली तो उसके लपकने के लिए खुद कप्तान भी दौड़ पड़े। उधर…दूसरे छोर से नौसम भी दौड़े। कैच लेने के चक्कर में दोनों खिलाड़ी आपस में भिड़ गए।
हालांकि बाद में अन्य साथियों ने आकर नौसम को ढांढस बंधाई। लेकिन रहीम के गुस्से में की गई ये हरकत किसी को भी अच्छी नहीं लगी। खास तौर पर सोशल मीडिया पर ये घटना तेजी से वायरल हो रही है।
हरभजन ने भी मारा था थप्पड़ आपको बता दें कि बांग्लादेश से पहले भारत में भी मैदान पर खिलाड़ी अपना आपा खो चुके हैं। वर्ष 2008 के आईपीएल के दौरान मुंबई इंडियन की ओर से खेल रहे हरभजन सिंह ने पंजाब की ओर से खेल रहे गेंदबाज श्रीसंत को मैदान में थप्पड़ लगा दिया था।
इस दौरान भी जमकर विवाद हुआ था। पिछले वर्ष हरभजन सिंह ने इस पर अपनी ओर से सफाई भी दी थी और कहा था कि उन्हें इस बात को लेकर काफी पछतावा है। उन्हें मैदान पर आपा नहीं खोना चाहिए था।