वनडे विश्व कप 2023 में चोट के बावजूद पूरा टूर्नामेंट खेलने वाले 34 वर्षीय शमी ने 10.70 की शानदार औसत से 24 विकेट लेकर भारत को उपविजेता बनाने में अहम भूमिका निभाई थी। शमी अब अपने स्वास्थ्य को प्राथमिकता दे रहे हैं। फरवरी में लंदन में सर्जरी के बाद वह बेंगलुरु में राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (एनसीए) में अपनी रिकवरी पर काम कर रहे हैं। शमी ने गुरुग्राम में यूजेनिक्स हेयर साइंसेज के एक कार्यक्रम में कहा, “भारतीय क्रिकेट के लिए सबसे अच्छी बात यह है कि हमारी तेज गेंदबाजी की ताकत वास्तव में बढ़ गई है।”
शमी ने बेंच स्ट्रेंथ की जमकर की तारीफ
उन्होंने आगे कहा, “पहले, हमारे पास केवल कुछ ही गेंदबाज थे जो 140-145 किमी/घंटा की रफ्तार से गेंदबाजी करते थे, लेकिन अब बेंच पर बैठे गेंदबाज भी 145 से ऊपर की रफ्तार से गेंदबाजी कर रहे हैं। तेज गेंदबाजी में जिस नाम ने मुझे वास्तव में प्रभावित किया है, वह है मयंक यादव। वह वास्तव में प्रभावशाली है, वह ऐसा खिलाड़ी है जो भविष्य में भारतीय तेज गेंदबाजी की कमान संभालेगा।” शमी का मानना है कि यशस्वी जायसवाल, शुभमन गिल और हर्षित राणा बल्लेबाज के रूप में भारतीय क्रिकेट को आगे ले जाएंगे। चोट से वापसी की चुनौतियों पर शमी ने कहा, “चोटिल होने और ब्रेक के बाद वापस अपने ट्रैक पर लौटना बहुत मुश्किल होता है, इसलिए धैर्य सबसे बड़ी चीज है। चोटें आपको धैर्य सिखाती हैं और आपके कौशल को और निखारती हैं।”