सभी देशों को वेस्टइंडीज और यूनाइटेड स्टेट ऑफ अमेरिका (USA) में आयोजित होने वाले इस टूर्नामेंट के लिए अपनी – अपनी 15 सदस्यीय टीम का ऐलान एक मई तक करना है। ऐसे में भारतीय चयनकर्ताओं के सामने एक बड़ी दुविधा है कि बुमराह के अलावा किन गेंदबाजों को टीम में चुना जाये। बुमराह ने आठ मैचों में 6.37 की इकॉनोमी रेट से 13 विकेट लिए हैं। उनके अलावा मोहम्मद सिराज, अर्शदीप सिंह और मुकेश कुमार का प्रदर्शन औसत रहा है। छठे गेंदबाज के विकल्प के रूप में देखे जाने वाले हार्दिक पांड्या भी अबतक पूरी तरह से फ्लॉप साबित हुए हैं।
सिराज इस सीजन सबसे ज्यादा छक्के खाने का अपना ही रिकॉर्ड तोड़ सकते हैं। उन्होंने अब तक सात मैचों में 10.34 की इकॉनोमी रेट से पांच विकेट लिए हैं। वहीं पिछले टी20 वर्ल्ड कप टीम का हिस्सा रहे अर्शदीप सिंह ने पंजाब किंग्स के लिए खेलते हुए आठ मैचों में 9.40 की इकॉनोमी रेट से 10 विकेट चटकाए हैं। अर्शदीप को डेथ गेंदबाज के रूप में देखा जाता है। ऐसे में इकॉनोमी चिंता का विषय नहीं है लेकिन वे विकेट भी नहीं ले प रहे हैं।
दिल्ली कैपिटल्स के लिए खेल रहे मुकेश कुमार कि बात करें तो उनकी गेंदबाजी में पिछले सीजन कि तरह धार नहीं दिख रही है। मुकेश कुमार ने 10.34 की इकॉनमी से अबतक मात्र पांच विकेट लिए हैं। हालांकि ऐसे भी भारतीय गेंदबाज हैं जो अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। इमेन मुख्य नाम टी. नटराजन, संदीप शर्मा, आवेश खान, यश ठाकुर, हर्षित राणा मोहसिन खान और तुषार देशपांडे का है। लेकिन सवाल यह खड़ा होता है कि क्या चयनकर्ता इन खिलाड़ियों को आईपीएल प्रदर्शन के आधार पर मौका देंगे?
स्पिन डिपार्टमेन्ट पर नज़र डाली जाये तो आईपीएल के इस सीजन में अबतक स्पिन गेंदबाजों ने शानदार प्रदर्शन किया है। युजवेंद्र चहल बेहतरीन फॉर्म में हैं और उनकी टीम में वापसी हो सकती है। उनके अलावा कुलदीप यादव और अक्षर पटेल ने भी अबतक शानदार प्रदर्शन किया है। अक्षर बल्ले से भी जमकर रन बना रहे हैं। रवींद्र जडेजा का फॉर्म चिंता का विषय है। ना तो वे बल्ले से और न ही गेंद से अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। हाल ही में उन्होंने एक अर्धशतक लगाया था। लेकिन स्ट्राइक रेट को लेकर उनकी आलोचना होती रहती है। वहीं रवि बिश्नोई का फॉर्म भी इस सीजन बेहद मामूली रहा है। ऐसे में चयनकर्ता कुलदीप और चहल को मुख्य स्पिनर और अक्षर पटेल को बैकउप स्पिनर के रूप में चुन सकते हैं।