सौरव गांगुली को वनडे क्रिकेट का सबसे महान खिलाड़ी माना जाता था। दादा ने वनडे में 22 शतक जड़े हैं। ये किसी भी भारतीय बल्लेबाज द्वारा लगाए गए तीसरे सबसे ज्यादा शतक हैं। लेकिन गांगुली अपने वनडे करीर के आखिरी चार सालों में एक भी शतक नहीं लगा पाये। दादा ने अपना आखिरी अंतरराष्ट्रीय वनडे मैच नवंबर 2007 में खेला था। वहीं उन्होंने आखिरी शतक 2003 वर्ल्डकप में केन्या के खिलाफ लगाया था। 4.5 साल तक कोई शतक ना लगाने के बाद दादा ने 2008 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया। हालांकि इस दौरान उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में अपना शानदार प्रदर्शन जारी रखा और इन चार सालों में 6 टेस्ट शतक लगाए।
कोहली भी ऐसे ही मुश्किल दौर से गुजर रहे हैं। फर्क सिर्फ इतना है कि कोहली का बल्ला न तो वनडे में चल रहा है और ना ही टेस्ट क्रिकेट में। 23 नवंबर 2019 को बांग्लादेश के खिलाफ कोलकाता में खेले गए डे-नाइट टेस्ट मैच में कोहली ने आखिरी शतक लगाया था। यह उनके टेस्ट करियर का 27वां शतक था। तब से फैंस लगातार कोहली के शतक का इंतजार कर रहे है।
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भारत टी20 विश्वकप 2022 से पहले भारत कई द्विपक्षीय टी20 सीरीज खेलेगा लेकिन कोई टेस्ट सीरीज नहीं खेलेगा। विश्वकप के खत्म होने के बाद नवंबर में भारतीय टीम बांग्लादेश के खिलाफ दो टेस्ट मैचों की सीरीज खेलेगी। ऐसे में अब विराट कोहली जब अगला टेस्ट मैच खेलेंगे तक वह क्रिकेट के सबसे बड़े फॉर्मेट में बिना शतक के 1000 से ज्यादा दिन बिता चुके होंगे।
कोहली ने अबतक कुल 75 पारियां खेली हैं। इन 75 इंटरनेशनल पारियों में उन्होंने 36.89 की औसत से 2509 रन बनाए हैं और उनका बेस्ट स्कोर नाबाद 94 रन रहा है जबकि 24 अर्धशतक उनके बल्ले से निकले। ऐसे में उनपर दवाब लगातार बढ़ता जा रहा है और आने वाले समय में टीम मैनेजमेंट कोई कड़ा कदम उठा सकता है।