जेकेसीए ने क्या लिखा अपने बयान में
जेकेसीए ने अपने बयान में कहा था,’आपके पास जेकेसीए की संपत्ति हैं। विश्वास तोड़ने के बदले कोई भी कड़ा कदम उठाने, जिसमें पुलिस कार्रवाई भी शामिल हो सकती है। आपको निर्देश दिया जाता है कि एक सप्ताह के अंदर एसोसिएशन का सामान लौटा दे वरना कोई भी कार्रवाई करने के लिए हम स्वतंत्र होंगे।’
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जेेकेसीए बोला-परवेज बेवजह बुरा मान गए
बीसीसीआई की और से जम्मू-कश्मीर एसोसएिशन को चलाने के लिए गठित की गई 3 सदस्यीय टीम में शामिल अनिल गुप्ता का कहना है कि इस मामले को बेवजह तूल दिया जा रहा है। उन्होंने अपने एक इंटरव्यू में कहा कि हमने सिर्फ परवेज रसूल को ही नहीं लिखा है बल्कि सभी जिला एसोसिएशन में जो भी श्रीनगर से जम्मू-कश्मीर क्रिकेट एसोसिएशन का सामान ले गया है उन्हें इस बाबत लिखा है। लेटर उन सभी लोगों को लिखा गया है जो हमारे पास रजिस्टर्ड हैं। परवेज तो बेवजह ही बुरा मान गए कि उन्हें लेटर क्यों लिखा गया। जेकेसीए ने पहले बिजबेहरा के मोहम्मद शफी को नोटिस भेजा और फिर रसूल को।
जून में गठित की गई थी ये समिति
न्यायालय के आदेश के बाद ये समिति जून में गठित की गई थी। अब इस समिति के सदस्य ऑडिट रिपोर्ट तैयार कर रहे हैं जो लंबे वक्त से नहीं की गई थी। उनका कहना है कि हमने कोर्ट के आदेश के बाद कार्यभार संभाला है और यहां हमें मशीनरी नहीं मिल रही हैं। ऐसे में हमें यह कदम उठाना पड़ा है।