बुमराह ने नौवें ओवर की दूसरी गेंद पर डेरेन ब्रावो (4), तीसरी गेंद पर शामराह ब्रुक्स (0) और चौथी गेंद पर रोस्टन चेज (0) को आउट कर हैट्रिक पूरी कर अपना नाम इतिहास के पन्नों में दर्ज करा लिया।
मैच के दूसरे दिन का खेल खत्म होने तक मेजबान टीम बुमराह (16-6) की घातक गेंदबाजी के आगे बेबस नजर आई और उसने अपनी पहली पारी में 87 रनों पर सात विकेट गंवा दिए।
भारत ने पहली पारी में हनुमा विहारी (111) के शानदार शतक की बदौलत 416 रन बनाए थे। इस लिहाज से मेजबान टीम 329 रन पीछे है।
टेस्ट में हैट्रिक लेने वाले भारतीय गेंदबाज
बुमराह के अलावा हरभजन सिंह ने साल 2000 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ कोलकाता टेस्ट मैच रिकी पोंटिंग, एडम गिलक्रिस्ट और शेन वार्न को आउट करते हुए हैट्रिक पूरी की थी। वह भारत के लिए पहली टेस्ट हैट्रिक थी।
इसके बाद 2005 में इरफान पठान ने कराची टेस्ट मैच में पाकिस्तान के खिलाफ सलमान बट्ट, यूनिस खान और मोहम्मद यूसुफ को आउट कर हैट्रिक पूरी की। अगली हैट्रिक के लिए हालांकि भारत को 14 साल का इंतजार करना पड़ा।
बुमराह की हैट्रिक टेस्ट इतिहास की 44वीं हैट्रिक है। साल 2017 में इंग्लैंड के मोइन अली ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ हैट्रिक पूरी की थी और अब जाकर बुमराह ने अगली हैट्रिक पूरी की है।