दरअसल, ईशांत ने बीयरबाइसेप्स यूट्यूब चैनल पर बताया कि विराट कोहली के पिता का जिस दिन निधन हुआ। वह अकेले और बहुत उदास नजर आ रहे थे। विराट यह भी नहीं जानते थे कि उन्हें कैसे रिएक्ट करना है। इस घटना के बावजूद विराट ने न केवल बल्लेबाजी, बल्कि 17 साल की उम्र में मैच भी जिताया। ईशांत शर्मा ने आगे कहा कि अगर मेरे साथ यह घटना हुई होती तो वह मैदान पर नहीं जाते।
‘कोहली की डिक्शनरी में उम्मीद जैसा शब्द नहीं’
ईशांत ने बताया कि कोहली की डिक्शनरी में उम्मीद जैसा शब्द नहीं है। उनके पास एकमात्र शब्द विश्वास है। वह मानते हैं कि आपको खुद पर विश्वास है तो आज कुछ भी कर सकते हो। बता दें कि कोहली भी खुद इस बात को कई बार कह चुके हैं। टी20 वर्ल्ड कप 2022 में पाकिस्तान को हराने के बाद भी उन्होंने यही बात कही थी।
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तीनों फॉर्मेट में शानदार रिकॉर्ड
विराट कोहली के क्रिकेट करियर की बात करें तो तीनों फॉर्मेट में उनका शानदार रिकॉर्ड है। विराट अभी तक भारत के लिए 109 टेस्ट में 8479 रन, 274 वनडे में 12898 और और 115 टी20 इंटरनेशनल 4008 रन बना चुके हैं। तीनों फॉर्मेट में उनके नाम कुल 75 शतक हैं।