राहुल सिर्फ 13 रन बना पाए थे
ईशांत ने बताया कि पिछले साल अगस्त में भारत-विंडीज के बीच दूसरे टेस्ट मैच के दौरान पहली पारी में राहुल ने उन्हें चुनौती दी थी कि अगर उन्होंने राहुल से ज्यादा रन बना लिए तो वह सबकुछ करेंगे, जो ईशांत कहेंगे। बता दें कि इस मैच की पहली पारी में राहुल सिर्फ 13 रन ही बना कर आउट हो गए थे, जबकि इस मैच में ईशांत शर्मा ने 80 गेंदों पर 57 रन की पारी खेली थी। इस दौरान उन्होंने सात बार गेंद को सीमारेखा पार पहुंचाया था।
ईशांत के अर्धशतक पर पूरी टीम आ गई थी बालकनी पर
बता दें कि उस टेस्ट मैच का हिस्सा मयंक अग्रवाल भी थे। उन्होंने पूछा कि उस टेस्ट मैच में अर्धशतक लगाने के बाद उन्हें कैसा महसूस हुआ था। इस मैच में ईशांत ने जैसे ही अर्धशतक जड़ा था, टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली (Virat Kohli) समेत टीम के सभी सदस्य बालकनी में आ गए थे। ईशांत ने कहा कि मेरी या अन्य किसी की प्रतिक्रिया भूल जाओ। सिर्फ केएल राहुल से पूछो कि उनके अर्धशतक जड़ने के बाद वह कैसा महसूस कर रहे थे। ईशांत ने कहा कि राहुल का कहना था कि वे लोग सोच रहे थे कि ईशांत ने कहीं शतक जड़ दिया तो उन्हें बालकनी से कूदना पड़ जाएगा।
राहुल को दी बल्लेबाजी की सलाह, तो बोले जान मत खा
ईशांत शर्मा ने बताया कि अपनी पारी खत्म करने के बाद उन्होंने लोकेश राहुल को कुछ बल्लेबाजी टिप्स दिए थे। इसके बाद राहुल ने कहा कि बंद करो भाई, आपने अर्धशतक लगाया है और अब मेरी जान खा रहे हैं। ईशांत ने कहा कि बल्लेबाजी के दौरान पहली बार उनके ग्लव्ज गीले हुए थे। इसके बाद राहुल ने उन्हें अपने नए ग्लव्ज दिए, जिसे पहन कर बल्लेबाजी करते हुए उन्होंने अर्धशतक पूरा किया। इस पर राहुल ने कहा था कि उन्हें भी यही ग्लव्ज पहनकर बल्लेबाजी करनी चाहिए थी। फिर वह भी पचास बना सकते थे।
ईशांत ने यह भी कहा कि इस मैच में उन्होंने पहली बार चेतेश्वर पुजारा को गुस्से में देखा था। पुजारा इस पारी में कुछ खास किए बिना प्वाइंट पर कैच आउट होकर पैवेलियन लौट आए थे।