हालांकि इसको लेकर कभी बोर्ड की तरह से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया कि ईशान और श्रेयस पर ये एक्शन क्यों लिया गया है। अब बीसीसीआई सचिव जय शाह ने इसपर चुप्पी तोड़ी है और एक बड़ा खुलासा किया है। जय शाह ने कहा कि ईशान किशन और श्रेयस अय्यर को सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट से बाहर रखने का फैसला उनका नहीं बल्कि चीफ सेलेक्टर अजीत अगरकर का था। शाह ने मीडिया से बातचीत में कहा, ‘आप संविधान देख सकते हैं। मैं चयन समिति की सिर्फ बैठक बुलाता हूं। वह फैसला अजीत अगरकर का था।’
शाह ने आगे कहा, ‘दोनों खिलाड़ी घरेलू क्रिकेट नहीं खेल रहे थे। ऐसे में यह फैसला अगरकर ने ही लिया। मेरा काम बस उस पर अमल करने का है। हमें संजू सैमसन जैसा अच्छा खिलाड़ी मिल गया। कोई भी अपरिहार्य नहीं है।’ यह पूछे जाने पर की क्या उन्होंने इन खिलाड़ियों से इसपर बात की है। जय शाह ने कहा, ‘मैंने दोनों खिलाड़ियों से बात की थी। मीडिया में रिपोर्ट भी आई थी। हार्दिक पंड्या ने भी कहा था कि अगर बीसीसीआई सफेद गेंद के क्रिकेट के लिए उन्हें चुनता है तो वह विजय हजारे और सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी खेलने के लिये तैयार हैं। हर खिलाड़ी को खेलना होगा, भले ही वह नहीं चाहता हो।’
बता दें मार्च 2023 के बीसीसीआई सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट में श्रेयस अय्यर ग्रेड बी का हिस्सा थे। उनको सालाना 3 करोड़ रुपये इसके लिए मिलते थे, जबकि ईशान किशन सी ग्रेड में शामिल थे। उनकी सालाना आमदनी एक करोड़ रुपये है।
ग्रेड ए+
रोहित शर्मा, विराट कोहली, जसप्रीत बुमराह और रवींद्र जडेजा। ग्रेड ए
आर अश्विन, मो. शमी, मो. सिराज, केएल राहुल, शुभमन गिल और हार्दिक पंड्या।
सूर्यकुमार यादव, ऋषभ पंत, कुलदीप यादव, अक्षर पटेल और यशस्वी जायसवाल। ग्रेड सी
रिंकू सिंह, तिलक वर्मा, ऋतुराज गायकवाड़, शार्दुल ठाकुर, शिवम दुबे, रवि बिश्नोई, जितेश शर्मा, वॉशिंगटन सुंदर, मुकेश कुमार, संजू सैमसन, अर्शदीप सिंह, केएस भरत, प्रसिद्ध कृष्णा, आवेश खान और रजत पाटीदार।