कोहली की तारीफ लेकिन आक्रामक खेलने की कही बात
मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में जिम्बाब्वे के पूर्व बल्लेबाज ने कहा कि टीम को विरोधियों पर दबाव बनाना होगा, लेकिन विराट को छोड़कर उनके शीर्ष पांच बहुत “शानदार” फॉर्म में नहीं हैं।फ्लावर ने कहा, “हम स्ट्राइक रेट और आक्रामकता की बात करते हैं, यह टी20 खेल की समझ का हिस्सा है।” निश्चित रूप से आक्रामक विकल्प अपनाना होगा, खासकर आज जैसी पिचों पर। यह सिर्फ एक फैक्ट है कि इस समय हमारे शीर्ष पांच बल्लेबाज, विराट को छोड़कर कोई भी शानदार फॉर्म में नहीं है। हमें उनकी आतिशबाजी बल्लेबाजी की जरूरत है।”
आखिरी 29 गेंदों में कोहली ने बनाए 54 रन
जहां एक ओर टीम के हेड कोच अपने बल्लेबाजों के आक्रामक बल्लेबाजी की मांग कर रहे हैं तो वहीं विराट कोहली ने राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ इनिंग ब्रेक के दौरान कहा था कि वह ज्यादा आक्रामक नहीं होना चाहते हैं। राजस्थान के खिलाफ मुकाबले में आईपीएल इतिहास की सबसे धीमा शतक लगाने वाले कोहली ने 12 ओवर अकेले खेले और 113 रन बनाए। बाकी 8 ओवर में 4 विकेट गिरे और 70 रन बने। जिसपर कोच ने कहा कि टीम के पास रन की कमी थी और वह 200 रन या उससे अधिक का स्कोर बना सकती थी।200 से ज्यादा रन की उम्मीद कर रहे थे कोच
फ्लावर ने कहा, “हम 12वें ओवर में 107 रन बना चुके थे, इसलिए अच्छी पिच पर उस स्थिति में होने के कारण हमें 200 से ऊपर पहुंचना चाहिए था।” आपको बता दें कि 12वें ओवर के बाद विराट कोहली 43 गेंद खेलने क बाद 59 रन बनाकर नाबाद थे। उसके बाद उन्होंने 29 गेंदों का सामना किया और 54 रन बनाए। इनिंग ब्रेक के दौरान विराट कोहली ने कहा, “जब आप खुद गेंद नहीं खेल रहे होते हैं तो विकेट ऊपर से अलग दिखता है। यह सपाट लगता है। लेकिन जब आप गेंद को पिच पर रहकर देखते हैं, खासकर स्पिनरों के खिलाफ तो आप देखते हैं कि गति तेजी से बदल रही होती है।”कोहली नहीं चाहते ज्यादा आक्रामक होना
कोहली ने कहा, “हमारा शुरुआती लक्ष्य 195 रन था लेकिन फिर हमने फैसला किया कि अगर मैं या फाफ में से कोई एक आउट हो गया तो अंत तक बल्लेबाजी करनी होगी। हमें बढ़त मिली और हमने 185 रन बनाए। विराट ने यह भी कहा कि वह ज्यादा आक्रामक नहीं होना चाहते।