आरसीबी ने ऐसा क्यों किया इसको लेकर कभी किसी ने सफाई नहीं दी। ना ही कभी चहल ने इसपर कुछ चर्चा की। लेकिन आईपीएल के 17वे संस्कारण से पहले आरसीबी के पूर्व डायरेक्टर ऑफ क्रिकेट माइक हेसन ने इसको लेकर कई खुलासे किए हैं। उन्होंने बताया कि चहल को रिलीज करने के पीछे का कारण बताने के लिए व्यक्तिगत रूप से फोन किया गया था। हेसन ने बताया कि चहल परेशान थे और उन्होंने बातचीत में दिलचस्पी नहीं दिखाई।
हेसन ने कहा, ‘चहल को हम बड़ी बोली लगाकर ऑक्शन में खरीदना चाहते थे। मुझे पता है कि क्योंकि मैं इन सभी प्लानिंग में टीम के साथ था। मुझे याद है कि बाद में जब मैंने चहल को फोन किया तो वे परेशान थे। उस समय उन्हें ऑक्शन की डायनामिक्स को समझाने की कोशिश करना बहुत मुश्किल था। चहल बेहद उदास थे और ऐसा होना लाज़मी है। वे आरसीबी के सबसे अहम खिलाड़ियों में से एक थे और उन्हें ही रिटेन नहीं किया गया। लेकिन मैं सभी को आश्वस्त कर सकता हूं कि वह उन मुद्दों से अच्छी तरह वाकिफ हैं जिनका हम उस वक्त सामना कर रहे थे।’
हेसन ने आगे कहा, ‘मैंने चहल से तब बात की थी जब हमने शुरुआती रिटेंशन किया था और हमने केवल तीन खिलाड़ियों को रिटेन किया क्योंकि हमें लगा कि हम नीलामी में हर्षल पटेल और चहल दोनों को वापस खरीदने की कोशिश करना चाहते थे। लेकिन मेगा ऑक्शन होने के कारण चीजें थोड़ी जटिल हो गईं। आईपीएल के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों में से एक होने के बावजूद उन्हें मार्की खिलाड़ियों की सूची में जगह नहीं मिली। 64 खिलाड़ियों के बाद उनका नाम ऑक्शन में आया। इसका मतलब था कि हमारे लिए यह गारंटी देना वास्तव में मुश्किल था कि हम उन्हें खरीदने जा रहे थे या नहीं।’
इस वजह से आरसीबी ने हर्षल को तो वापस खरीद लिया, लेकिन चहल को राजस्थान रॉयल्स (RR) ने खरीद लिया। उनकी जगह आरसीबी ने श्रीलंका के ऑलराउंडर वानिंदु हसरंगा को अपनी टीम में शामिल किया। बता दें आरसीबी का चहल को रिलीज करने का फैसला एक बड़े झटके के रूप में आया था। आरसीबी ने ऑक्शन से पहले विराट कोहली, ग्लेन मैक्सवेल और मोहम्मद सिराज को रिटेन किया था। बाद में ऑक्शन में चहल को 6.5 करोड़ की बोली लगाकर राजस्थान रॉयल्स ने खरीदा था।