‘बस सात-आठ रन प्रति ओवर बनाना चाहते थे’
हरमनप्रीत ने कहा कि हम बस लय में खेलना चाहते थे, शैफाली और स्मृति ने हमें अच्छी शुरुआत दी। इसका श्रेय उन्हें जाता है। वे पिच पर मौजूद थीं, गणना कर रही थीं और उन्होंने अपना विकेट नहीं गंवाया। जेमिमा रोड्रिग्स और मैं, बस सात-आठ रन प्रति ओवर बनाना चाहते थे। यह उन दिनों में से एक था, जब मैं अपने जोन में थी, जब भी गेंद मेरे जोन में होती थी, मैं जोरदार बल्लेबाजी करती थी।
‘विकेट बल्लेबाजी के लिए सही नहीं था’
हरमनप्रीत ने कहा कि मैं केवल सकारात्मक चीजों के बारे में सोच रही थी। यह विकेट बल्लेबाजी के लिए सही नहीं था, आपको स्ट्राइक रोटेट करते रहना होगा। एक बार गेंद आपके जोन में आ जाए तो आप उस पर आगे बढ़ सकते हैं। ऐसा नहीं है कि आप बल्ले को घुमाते रह सकते हैं। हम सही जगह पर थे और हमने विकेट नहीं गंवाया। टीम के लिए वाकई बहुत खुश हूं। 160 के बारे में सोच रहे थे और 170 रन बना डाले
हरमन ने आगे कहा कि जब आप अच्छा क्रिकेट खेलते हैं, तो आप हमेशा अच्छा महसूस करते हैं। हमें खुशी है कि हमने सभी कैच लिए, जो हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण है। हमने खेल से पहले चर्चा की थी कि अगर हम पहले बल्लेबाजी कर रहे हैं तो हम क्या लक्ष्य निर्धारित करना चाहते हैं और अगर हम क्षेत्ररक्षण कर रहे हैं तो कितना स्कोर होना चाहिए, लेकिन ये विकेट मुश्किल है। इस बीच हमने लगातार दो विकेट खो दिए। आज बहुत कुछ योजना के अनुसार हुआ, हम 160 के बारे में सोच रहे थे और हमने 170 रन बनाए।
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मैच को लेकर ये कहा
ग्रुप ए में भारत का अंतिम मैच रविवार को शारजाह में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ होगा और हरमनप्रीत को लगता है कि टीम को गत चैंपियन के खिलाफ अच्छा खेलना होगा। उन्होंने कहा कि हमें अच्छा क्रिकेट (ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ) खेलना होगा। हमारे गेंदबाज अच्छी लय में हैं। उन्होंने हमें सफलता दिलाई है। जैसा कि मैंने कहा कि ये विकेट मुश्किल है। एक कप्तान के तौर पर, मुझे खुशी है कि हमने अच्छा क्रिकेट खेला।