एक समय ऐसा लग रहा था कि भारतीय टीम 250 रन के बीतर ही समित जाएगी। लेकिन टॉप ऑर्डर ताश के पत्तों की तरह बिखर जाने के बाद अश्विन और ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा ने बेहतरीन बल्लेबाजी की और सातवें विकेट के लिए 195 रनों की साझेदारी की। अश्विन 112 गेंद पर 10 चौके और दो छक्के की मदद से 102 रन, वहीं जडेजा 117 गेंद पर 10 चौके और दो छक्के की मदद से 86 रन बनाकर क्रीज़ पर टीके हुए हैं।
इस मैच में बांग्लादेश ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया। उनका यह फैसला सही साबित हुआ। तेज गेंदबाज हसन महमूद की कहर बरपाती गेंदबाजी के सामने भारतीय बल्लेबाज संघर्ष करते हुए नज़र आए। महमूद ने पहले कप्तान रोहित शर्मा और फिर पूर्व कप्तान विराट कोहली और शुभमन गिल को जल्द पवेलियन भेज टीम इंडिया को बैकफुट पर धकेल दिया।
रोहित और कोहली 6, वहीं गिल बिना खाता खोले पवेलियन लौट गए। पहले दिन लंच तक भारत ने तीन विकेट गंवाकर 88 रन बना लिए। यशस्वी जायसवाल 37 रन और ऋषभ पंत 33 रन बनाकर क्रीज डेट रहे। लेकिन लांच के बाद एक बार फिर विकेट की झड़ी लग गई। लंच के बाद तीसरे ओवर में ही भारत को ऋषभ पंत के रूप में झटका लगा। उन्हें हसन महमूद ने विकेटकीपर लिटन दास के हाथों कैच कराया। पंत 39 रन बनाकर आउट हुए।
इसके बाद यशस्वी जायसवाल 118 गेंद पर 56 रन बनाकर आउट हुए। उन्हें नाहिद राणा ने स्लिप में शदमान इस्लाम के हाथों कैच कराया। वहीं कुछ देर बाद केएल राहुल को मेहदी हसन मिराज ने जाकिर हसन के हाथों कैच कराया। वह 16 रन बना सके। चायकाल तक भारत ने छह विकेट गंवाकर 176 रन बनाए। इसके बाद रविचंद्रन अश्विन और रवींद्र जडेजा ने पारी को संभाला और आखिरी सत्र में एक भी विकेट नहीं गिरने दिये। बांग्लादेश के लिए हसन महमूद ने चार, नाहिद राणा और मेहदी हसन मिराज ने एक-एक विकेट अपने नाम किए।