अजिंक्य रहाणे खराब फॉर्म और हैमस्ट्रिंग में खिंचाव के चलते भारतीय टेस्ट टीम से बाहर चल रहे हैं। उनके स्थान पर युवा बल्लेबाज श्रेयस अय्यर को मौका दिया गया है। इससे पहले श्रीलंका के खिलाफ घरेलू सीरीज में अय्यर ने अच्छा प्रदर्शन किया था। लेकिन इंग्लैंड में उनकी बल्लेबाजी में अनुभव की कमी देखने को मिली। वहीं शुभमन गिल और हनुमा विहारी भी इस मैच में कुछ खास नहीं कर पाये। हालांकि विहारी ने दोनों पारियों में क्रीज़ में कुछ समय बिताया। लेकिन वे टीम को एक अच्छी स्टार्ट नहीं दे पाये।
ऐसे में फैंस का कहना है कि टीम को अजिंक्य रहाणे जैसे अनुभवी खिलाड़ी और बेहतरीन कप्तान की जरूरत है। हर्षित नाम के एक यूजर ने लिखा, “भारत पिछली कुछ सीरीज में आने तीन टेस्ट कप्तान बादल चुका है। लेकिन अजिंक्य रहाणे को कप्तान नहीं बना रहा। क्यों? क्योंकि वे फॉर्म में नहीं है। फॉर्म में तो ये खिलाड़ी भी नहीं हैं। लेकिन आप उनकी कप्तानी का रिकॉर्ड देखिये। उन्होंने कभी मैच नहीं हारा है।”
एक यूजर ने लिखा, “ये श्रेयस अय्यर, शुभमन गिल और हनुमा विहारी जैसे खिलाड़ी कभी रहाणे की जगह नहीं ले सकते। सालों लगते है रहाणे या कोहली बनाने में। आशा करता हूंकि वे जैसे ही फिट होंगे हम उन्हें टीम में खेलता हुआ देखेंगे।” एक यूजर ने लिखा, “आज मुझे अजिंक्य रहाणे कि कमी बहुत ज्यादा महसूस हो रही है। ऐसे खथीन वक़्त पर वह हमेशा खड़े हो जाते थे और टीम को मुश्किल से निकाल लेते थे।
बता दें अजिंक्य रहाणे ने वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप 2019-2021 में भारत के लिए सबसे ज्यादा रन बनाए थे। रहाणे ने अक्सर दक्षिण अफ्रीका, इंग्लैंड, न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया (SENA) देशों में अच्छा प्रदर्शन किया है। साथ ही कई मौकों पर मुश्किल वक़्त में बेहतरीन कप्तानी भी की है। बतौर कप्तान रहाणे ने आज तक एक भी टेस्ट नहीं हारा है। रहाणे ने 6 टेस्ट मैचों में कप्तानी की है और इनमें से एक भी मैच भारत नहीं हारा है। जब दुनिया के किसी भी क्रिकेट पंडित को भारतीय टीम से उम्मीद नहीं थी। तब रहाणे ने अपनी कप्तानी से भारत को ऑस्ट्रेलिया में सीरीज जिताई थी।
पहले टेस्ट मैच में 36 रन पर ऑल आउट होने के बाद टीम का मनोबल गिर गया था। साथ ही साथ मोहम्मद शमी और विरत कोहली भी टेस्ट सीरीज से बाहर हो गए थे। ऐसे में आने वाले तीन मैच कप्तान अजिंक्य रहाणे के लिए एक चुनौती थे। कप्तान रहाणे ने इस चुनौती को स्वीकार किया और टीम को मुश्किलों से निकाला। यहां तक कि मेलबर्न में खेले गए दूसरे मैच में खुद शतक भी लगाया।