रोहित ने कप्तानी और बल्लेबाजी से जीत लिया दिल
कप्तान रोहित शर्मा ने ना सिर्फ बल्लेबाजी बल्कि कप्तानी से भी दिल जीत लिया। तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज शुरुआती तीन ओवरों में 23 रन लुटा दिए थे लेकिन उसके बावजूद रोहित ने सिराज पर भरोसा जताया और उन्हें लगातार गेंदबाजी दी। इसका नतीजा मिला और सिराज ने चौथे ओवर में अब्दुल्ला शफीक को आउट कर भारत को पहली सफलता दिला दी।
फिर बल्ले से खेली तेज पारी-
लक्ष्य का पीछा करते हुए रोहित ने 63 गेंदों में 86 रन की ताबड़तोड़ पारी खेलकर पाक गेंदबाजों की बखिया उधेड़ दीं। रोहित ने करियर का 53वां अर्धशतक लगाया। उन्होंने अपनी पारी में छह चौके और छह छक्के लगाए।
श्रेयस अय्यर भी चमके-
श्रेयस अय्यर ने भी फॉर्म में वापसी की और 62 गेंदों में तीन चौकों और दो छक्कों के साथ 53 रन की नाबाद पारी खेली। उन्होंने करियर का 15वां अर्धशतक लगाया और कप्तान रोहित शर्मा के साथ तीसरे विकेट के लिए 77 रन की साझेदारी निभाई।
टर्निंग प्वाइंट—
1) पहले गेंदबाजी का फैसला-
माना जा रहा था कि जो टीम टॉस जीतेगी, वो पहले बल्लेबाजी करने का फैसला लेगी। रोहित ने टॉस जीता और बल्लेबाजी नहीं बल्कि पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया। हालांकि उनके इस फैसले पर शुरुआत में प्रशंसकों और पूर्व दिग्गजों के बीच सवाल उठ रहे थे लेकिन बाद में ये फैसला सही साबित हुआ। रोहित ने बताया कि उन्होंने ये फैसला ओस की संभावना के कारण लिया था
2) 30वें ओवर ने पलट दी बाजी
पाकिस्तान का स्कोर एक समय 29 ओवर में दो विकेट पर 150 रन था और क्रीज पर बाबर आजम के साथ मोहम्मद रिजवान थे। रोहित ने सिराज को फिर मोर्चे पर लगाया। 30वें ओवर की चौथी गेंद सिराज ने एंगल के साथ फेंकी और और थर्ड मैन की तरफ खेलने की कोशिश में बाबर आजम चकमा खाकर बोल्ड हो गए। इस विकेट के साथ ही पाकिस्तान की टीम ताश के पत्तों की तरह बिखर गई और उसने आखिरी आठ विकेट 36 रन बनाकर गंवा दिए।
कप्तानो के बोल…
गेंदबाजों ने रखी जीत की नींव- रोहित
गेंदबाजों ने शानदार प्रदर्शन कर हमारे लिए जीत की नींव रखी क्योंकि ये विकेट 190 रन पर ऑलआउट होने वाली नहीं थी। एक समय हमें लग रहा था कि पाक टीम 290 रन तक स्कोर बना लेगी लेकिन गेंदबाजों ने बाजी पलट दी। हमारे सभी खिलाड़ियों को अपनी भूमिका के बारे में पता है और हमें ये भी पता है कि हमें क्या करना है।
-खराब बल्लेबाजों ने डुबो दिया-बाबर
हमारा लक्ष्य 290 रन तक का स्कोर बनाना था और हम उसकी तरफ बढ़ रहे थे। लेकिन अचानक हमारी बल्लेबाजी ढह गई, जो बेहद निराशाजनक है। हमारे गेंदबाजों ने भी नई गेंद से अच्छा प्रदर्शन नहीं किया। रोहित शर्मा ने बेहतरीन पारी खेली और हमारी उम्मीदें खत्म कर दी।
-मैं जल्द विकेट को समझ गया था-बुमराह
मैं विकेट का स्वभाव जल्द समझ गया था और फिर मैंने उसी के अनुसार गेंदबाजी में परिवर्तन किया। जब मैं छोटा था तो गेंदबाजी के दौरान खुद से ही सवाल करता था और इससे मुझे काफी मदद मिलती है। इस कारण ही मैं मोहम्मद रिजवान को योजना बनाकर आउट कर सका।