5 Reasons for Defeat India
1. आखिरी विकेट के लिए 25 रन की साझेदारी
भारत ने जिम्बाब्वे टीम को हल्के में लेते हुए टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी चुनी। ये फैसला सही साबित हो भी गया था, जब भारत ने जिम्बाब्वे के 16 ओवर में 90 रन पर 9 विकेट चटका दिए थे, लेकिन आखिरी विकेट नहीं ले सके। क्लाइव मदांदे और तेंदाई चतारा के बीच आखिरी विकेट के लिए 25 रन की साझेदारी हुई और स्कोर 115 तक पहुंच गया। भारत की 13 रन से हार में यही सबसे बड़ा अंतर रहा।
2. सुपर फ्लॉप हुए डेब्यूटंट तीनों खिलाड़ी
भारत के लिए डेब्यू करने वाले अभिषेक शर्मा, रियान पराग और ध्रुव जुरेल तीनों खिलाडि़यों ने काफी निराशाजनक प्रदर्शन किया। ओपनर अभिषेक शर्मा 4 गेंदों पर खाता नहीं खोल सके तो रियान पराग 3 गेंद पर सिर्फ 2 रन बनाकर पवेलियन लौट गए। विकेटकीपर ध्रुव जुरेल ने भी 14 गेंदों पर महज 6 रन बनाए।
3. शुभमन गिल को नहीं मिला किसी का साथ
शुभमन गिल एक छोर पर टिके हुए थे तो दूसरे छोर से विकेट गिर रहे थे। उन्हें किसी का भी साथ नहीं मिल रहा था। भारत ने 43 रन पर 5 विकेट गंवा दिए थे। इसके बाद कप्तान शुभमन गिल (31) भी 11वें ओवर में सिकंदर रजा का शिकार बनकर पवेलियन लौट गए। 4. अकेले पड़े वॉशिंगटन सुंदर
शुभमन गिल के आउट होने के बाद वॉशिंगटन सुंदर अकेले पड़ गए। हालांकि रवि बिश्नोई ने 9 और आवेश खान ने 16 रन जरूर बनाए, लेकिन वह भी नहीं टिक पाए। भारत ने 84 पर 8 विकेट गंवा दिए थे। इसके बाद सुंदर ने कुछ बड़े शॉट भी खेले और वह भी 34 गेंदों पर 27 रन बनाकर चलते बने।
5. रजा और चतारा ने 6 बल्लेबाजों को पवेलियन भेजा
रजा-चतारा ने जिम्बाब्वे के लिए शानदार गेंदबाजी की। सिकंदर रजा ने जहां 4 ओवर में 25 रन देकर 3 विकेट अपने नाम किए तो वहीं तेंदाई चतारा ने महज 16 रन देकर 3 विकेट चटकाए। इन दोनों का सामना करना भारतीय बल्लेबाजों के लिए आसान नहीं रहा।