इस मैच में स्मृति मंधाना का बल्ला जमकर बोला और कप्तान ने ताबड़तोड़ बल्लेबाजी करते हुए मात्र 47 गेंद पर 77 रन ठोके। मंधाना ने ओपनिंग में आते ही गेंदबाजों की कुटाई शुरू की। उन्होंने पारी के तीसरे और चौथे ओवर में लगातार 7 गेंदों पर ताबड़तोड़ अंदाज में 30 रन जड़े। तीसरा ओवर तेज गेंदबाज चिनले हेनरी ने फेंका। इस ओवर की आखिरी 3 गेंद पर मंधाना ने लगातार 4 चौके जमाए, जबकि डिंड्रा डॉटिन के चौथा ओवर में मंधाना ने 4 गेंदों पर 18 रन कूट डाले।
मंधाना ने इस ओवर की दूसरी बॉल पर एक चौका जमाया। फिर एक छक्का जड़ा, अगली 2 गेंद पर मंधाना ने फिर लगातार दो चौके मारे हुए 18 रन लूटे। मंधाना ने अपनी इस पारी में मात्र 27 गेंदों पर अर्धशतक पूरा किया। अपनी 77 रनों की पारी में मंधाना ने 1 छक्का और 13 चौके जड़े।
मैच की बात करें तो स्मृति मंधाना के 77 और ऋचा घोष के 54 रनों की मदद से भारत ने वेस्टइंडीज को 218 रनों का विशाल लक्ष्य दिया था। जवाब में राधा यादव की खतरनाक गेंदबाजी के सामने करेबियाई टीम 20 ओवर में 9 विकेट खोकर मात्र 157 रन ही बना सकी। राधा ने मात्र 29 रन देते हुए चार विकेट झटके। वेस्ट इंडीज के लिए चिनले हेनरी ने 16 गेंद पर ताबड़तोड़ 43 रनों की पारी खेली।