आचार संहिता के दोषी पाए गए
खलील को मैच के दौरान वेस्टइंडीज के खिलाड़ी मार्लोन सैमुएल्स के साथ दुर्व्यवहार के लिए आईसीसी की ओर से आधिकारिक चेतावनी और एक डीमैरिट अंक दिया गया है। आईसीसी ने कहा, “भारतीय गेंदबाज खलीली को सैमुएल्स के साथ चौथे वनडे मैच के दौरान दुर्व्यवहार के लिए आधिकारिक रूप से चेतावनी दी गई है और उनके खाते में एक डीमैरिट अंक भी डाला गया है।”मैदान पर मौजूद अंपायपर इयान गोउल्ड और अनिल चौधरी, तीसरे अंपायर पॉल विल्सन और चौथे अंपायर चेट्टीथोडी शमशुद्दीन ने खलील को आईसीसी की आचार संहिता का दोषी पाया था।
किया था अपशब्दों का प्रयोग
खलील को 14वें ओवर में सैमुएल्स के आउट होने के बाद उन्हें अपशब्द कहते हुए सुना गया था। उन्हें कई बार ऊंची आवाज में कुछ कहते हुए भी सुना गया। उन्होंने इस मैच में 13 रन देकर तीन विकेट लिए थे। आईसीसी ने कहा, “खलील को आईसीसी की आचार संहिता के लेवल-1 के उल्लंघन का दोषी पाया गया है। उन्होंने इसके तहत आचार सहिता में लेख 2-5 (एक अंतर्राष्ट्रीय मैच के दौरान अपने प्रतिद्वंद्वी खिलाड़ी के खिलाफ गलत प्रकार का व्यवहार करना या ऐसी भाषा का इस्तेमाल करना, जो प्रतिद्वंद्वी खिलाड़ी की आक्रामक प्रतिक्रिया का कारण बने) का उल्लंघन किया है।”
खलील को 14वें ओवर में सैमुएल्स के आउट होने के बाद उन्हें अपशब्द कहते हुए सुना गया था। उन्हें कई बार ऊंची आवाज में कुछ कहते हुए भी सुना गया। उन्होंने इस मैच में 13 रन देकर तीन विकेट लिए थे। आईसीसी ने कहा, “खलील को आईसीसी की आचार संहिता के लेवल-1 के उल्लंघन का दोषी पाया गया है। उन्होंने इसके तहत आचार सहिता में लेख 2-5 (एक अंतर्राष्ट्रीय मैच के दौरान अपने प्रतिद्वंद्वी खिलाड़ी के खिलाफ गलत प्रकार का व्यवहार करना या ऐसी भाषा का इस्तेमाल करना, जो प्रतिद्वंद्वी खिलाड़ी की आक्रामक प्रतिक्रिया का कारण बने) का उल्लंघन किया है।”
खलील ने मानी गलती-
खलील ने इस उल्लंघन को स्वीकार करते हुए मैच रेफरी क्रिस ब्रॉड की ओर से लगाए गए जुर्माने को स्वीकार कर लिया है। इसका साफ मतलब यह है कि इस मामले में आधिकारिक सुनवाई की आवश्यकता नहीं है। इस आचार संहिता के उल्लंघन पर कम से कम जुर्माने के तहत आधिकारिक रूप से चेतावनी दी जाती है और सबसे अधिक जुर्माने के तहत मैच फीस का 50 प्रतिशत जुर्माना लगाया जाता है या खिलाड़ी के खाते में एक या दो डीमैरिट अंक डाले जाते हैं।
खलील ने इस उल्लंघन को स्वीकार करते हुए मैच रेफरी क्रिस ब्रॉड की ओर से लगाए गए जुर्माने को स्वीकार कर लिया है। इसका साफ मतलब यह है कि इस मामले में आधिकारिक सुनवाई की आवश्यकता नहीं है। इस आचार संहिता के उल्लंघन पर कम से कम जुर्माने के तहत आधिकारिक रूप से चेतावनी दी जाती है और सबसे अधिक जुर्माने के तहत मैच फीस का 50 प्रतिशत जुर्माना लगाया जाता है या खिलाड़ी के खाते में एक या दो डीमैरिट अंक डाले जाते हैं।