कीवी धरती पर पहली बार टी-20 सीरीज जीत बढ़ा हुआ है हौसला
बता दें कि यह भारत की कीवी जमीन पर पहली टी-20 सीरीज जीत है। इससे टीम इंडिया का हौसला काफी बढ़ा हुआ है। खासकर तीसरे मैच में टीम इंडिया ने न्यूजीलैंड को जीते हुए मैच में जिस तरह हराया है। उसके बाद उसके हौसले आसमान पर होंगे।
पहले मैच दो मैचों में केएल राहुल और श्रेयस अय्यर ने धमाकेदार बल्लेबाजी कर भारत का पलड़ा भारी रखा तो पहले और तीसरे मैच में विराट कोहली ने भी शानदार पारियां खेली। दो मैचों में रोहित शर्मा का बल्ला खामोश रहने के बाद तीसरे मैच में जिस तरह उनका बल्ला गर्जा, यह कीवी टीम के लिए खतरे की चेतावनी है। इसके अलावा शिवम दुबे और मनीष पांडेय ने भी बल्लेबाजी के मिले संक्षिप्त मौके का अच्छे से फायदा उठाया है। इसलिए बल्लेबाजी में कोई चिंता जैसी बात नहीं दिखती है।
गेंदबाजी में थोड़ी परेशानी दिखी
टीम इंडिया की असल चिंता गेंदबाजी को लेकर है। चोट से वापसी करने के बाद जसप्रीत बुमराह ने पुराने फॉर्म की बीच-बीच में झलक तो दिखाई है, लेकिन वह बल्लेबाजों पर दबदबा नहीं बना पा रहे हैं। तीसरे टी-20 में कीवी बल्लेबाजों खासकर कप्तान केन विलियमसन ने उन्हें जमकर निशाना बनाया। पहले मैच को छोड़ दिया जाए तो भारत की ओर से सिर्फ मोहम्मद शमी असरदार दिख रहे है, जबकि शार्दुल ठाकुर पूरी तरह से बेरंग दिखे हैं। इसलिए यह तय है कि टीम इंडिया चौथे मैच में बेंच स्ट्रेंथ का इस्तेमाल करेगी। वह शार्दुल की जगह नवदीप सैनी को दे सकती है, साथ में यह उम्मीद भी करेगी कि जसप्रीत को खोई लय वापस मिल जाए। इसके अलावा स्पिन गेंदबाज युजवेंद्र चहल और शिवम दुबे भी गेंदबाजी में प्रभाव नहीं छोड़ पा रहे हैं। संभव है कि कोहली इस मैच में वाशिंगटन सुंदर और कुलदीप यादव को मौका दें।
मेजबान कीवी टीम की बात की जाए तो कप्तान विलियमसन को छोड़कर कोई भी बल्लेबाज निरंतरता नहीं दिखा पाया है। मार्टिन गुप्टिल, रॉस टेलर और कोलिन मुनरो ने एक-एक पारियों में चमक दिखाई जरूर, लेकिन उनकी जरूरत है कि सभी मिलकर योगदान दें। वहीं वह गेंदबाजी के मोर्चे पर बुरी तरह विफल रहे हैं। अनुभवी और दिग्गज गेंदबाज ट्रेंट बोल्ट और लॉकी फर्ग्यूसन के चोटिल होने के कारण उनकी गेंदबाजी एकदम अनुभवहीन है। टिम साउदी का अनुभव भी काम नहीं आ रहा है। ऐसे में उन्हें युवा गेंदबाजों के साथ मिलकर जोश दिखाना होगा, तभी वह सम्मान की लड़ाई में जीत हासिल कर सकते हैं।
दोनों टीमें (संभावित) :
भारत : विराट कोहली (कप्तान), रोहित शर्मा (उप-कप्तान), संजू सैमसन (विकेटकीपर), लोकेश राहुल (विकेटकीपर), श्रेयस अय्यर, मनीष पांडेय, ऋषभ पंत (विकेटकीपर), शिवम दुबे, कुलदीप यादव, युजवेंद्र चहल, वॉशिंगटन सुंदर, जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी, नवदीप सैनी, रविंद्र जडेजा और शार्दुल ठाकुर।
न्यूजीलैंड : केन विलियम्सन (कप्तान), मार्टिन गुप्टिल, रॉस टेलर, स्कॉट कुग्गलेजिन, कोलिन मुनरो, कोलिन डी ग्रांडहोम, टॉम ब्रूस, डार्ली मिशेल, मिशेल सैंटनर, टिम सीफर्ट (विकेटकीपर), हैमिश बेनेटे, ईश सोढ़ी, टिम साउदी और ब्लेयर टिकनेर।