दरअसल, कोच गौतम गंभीर इस मैच में किसी भी हाल में परिणाम चाहते हैं। भारतीय टीम कई बार अपने ही बिछाए जाल में फंसी है लेकिन यह भी साफ है कि इसी रणनीति के कारण भारतीय टीम ने घरेलू सरजमीं पर कई टेस्ट मैच जीते भी हैं। इसी कारण टीम प्रबंधन टर्निंग विकेट पर न्यूजीलैंड को चुनौती देने उतरेगी।
लाल मिट्टी की पिच होगी खतरनाक
वानखेड़े स्टेडियम पर लाल मिट्टी की पिच बनाई जाएगी, जो बल्लेबाजों के लिए कब्रगाह साबित हो सकती है। इस विकेट पर स्पिनरों को टर्न के अलावा पर्याप्त उछाल भी मिलेगा और ये संयोजन बल्लेबाजों के लिए मुश्किलें पैदा कर सकता है। यदि पिच पर असमतल उछाल हुआ तो मैच तीन दिन के अंदर भी खत्म हो सकता है। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 2004 में वानखेड़े में इसी तरह की पिच पर मैच सिर्फ तीन दिन में खत्म हो गया था और कंगारू टीम चौथी पारी में सिर्फ 93 रन पर सिमट गई थी।अश्विन का रहा है जलवा
पिछले दो टेस्ट मैचों में न्यूजीलैंड के खिलाफ भले ही अनुभवी स्पिनर रविचंद्रन अश्विन सफल साबित नहीं हुए हैं लेकिन वानखेड़े स्टेडियम में उनका रिकॉर्ड शानदार रहा है। उन्होंने यहां खेले पिछले पांच टेस्ट मैचों में 38 विकेट चटकाए है।…लेकिन भारतीय बल्लेबाजों को रहना होगा सावधान
भारतीय टीम प्रबंधन भले ही वानखेड़े में टर्निंग विकेट बना रही है लेकिन उसके बल्लेबाजों को कीवी स्पिनरों के खिलाफ अच्छी तैयारी करनी होगी। खासतौर पर कप्तान रोहित शर्मा और स्टार बल्लेबाज विराट कोहली के लिए यह टेस्ट बड़ी परीक्षा है, क्योंकि दोनों का स्पिन के खिलाफ रिकॉर्ड पिछले कुछ समय में अच्छा नहीं रहा है। रोहित शर्मा ने न्यूजीलैंड के खिलाफ पिछले दो टेस्ट मैचों की चार पारियों में सिर्फ 62 रन बनाए हैं, जिसमें 52 रन सर्वाधिक स्कोर है। उनका औसत सिर्फ 15.50 का है। वहीं, विराट कोहली के नाम दो टेस्ट की चार पारियों में 88 रन हैं। उनका सर्वाधिक स्कोर 70 रन है और उनकी औसत 22.00 की है। ऐसे में तीसरे टेस्ट मैच में दोनों बल्लेबाजों पर अच्छा प्रदर्शन करने का दबाव होगा। यह भी पढ़ें
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2022 से स्पिन के खिलाफ भारतीय बल्लेबाजों का रिकॉर्ड
दूसरे टेस्ट में कीवी स्पिनरों का जलवा
– 19 विकेट भारत के दूसरे टेस्ट में कीवी स्पिनरों ने चटकाए थे– 13 विकेट सर्वाधिक लेफ्ट आर्म स्पिनर मिचेल स्टार्क ने झटके थे