उम्रदराज योद्धा और प्रदर्शन में गिरावट
बता दें कि भारत की अगली घरेलू सीरीज अक्टूबर 2025 तक निर्धारित नहीं है। वहीं, जब वेस्टइंडीज का दौरा होगा, तब तक रविचंद्रन अश्विन 39, रोहित शर्मा 38, विराट कोहली 36 और रवींद्र जडेजा 36 साल के हो चुके होंगे। सवाल ये है कि क्या ये चारों तब तक लंबे फॉर्मेट में सक्रिय रहेंगे? जब से भारत ने घरेलू सीरीज में सफलता हासिल की है, तब से टीम ने 55 में से 42 घरेलू टेस्ट जीते हैं, जिसमें इस चौकड़ी ने अहम भूमिका निभाई है। इस चौकड़ी ने 22 मैचों में हिस्सा लिया है, जिसमें 17 में जीत मिली है। हालांकि, उम्र और चोट ने उन पर असर डाला है और हाल के प्रदर्शन में गिरावट देखी जा रही है। हाल ही में पुणे में न्यूजीलैंड की जीत ने घरेलू मैदान पर भारत के विजय रथ को रोक दिया है।
विराट कोहली और रोहित शर्मा कर रहे स्पिन के खिलाफ संघर्ष
विराट कोहली का स्पिन के खिलाफ़ प्रदर्शन हाल में कुछ खास नहीं रहा है। 2020 से एशिया में स्पिन के खिलाफ़ उनका औसत महज 28.3 का रहा है। उन्होंने पिछले 33 मैचों में 5 डक और लगातार कम स्कोर किया है। वहीं, रोहित शर्मा का औसत स्पिन के खिलाफ़ 36.2 पर आ गया है। गेंदबाजों पर हमला करने की उनकी रणनीति अक्सर उन्हें गलत कदम उठाने पर मजबूर कर देती है। अश्विन और जडेजा के प्रदर्शन में भी गिरावट
भारत के मुख्य स्पिनर आर अश्विन के खिलाफ विपक्षी टीमों ने स्कोर करने में सुधार किया है। 2.83 की उनकी उल्लेखनीय करियर इकॉनमी दर इंग्लैंड और न्यूज़ीलैंड जैसी टीमों के खिलाफ़ बढ़ी है। इस साल बांग्लादेश ने टेस्ट सीरीज में अश्विन के खिलाफ 3.31 प्रति ओवर की दर से रन बनाए। वहीं, रवींद्र जडेजा के हालिया आंकड़ों में गिरावट देखी गई है। इस साल न्यूजीलैंड ने उनके खिलाफ 3.44 की इकॉनमी से रन बनाए।
…तो आखिरी बार एक साथ नजर आएंगे दिग्गज
एक दशक से अधिक समय तक कोहली, रोहित, अश्विन और जडेजा घरेलू मैदान पर भारत की ताकत के प्रतीक रहे हैं। मुंबई में न्यूजीलैंड के खिलाफ इस चौकड़ी का यह आखिरी मुकाबला हो सकता है, जब ये दिग्गज भारतीय धरती पर सफ़ेद कपड़ों में मैदान एक साथ नजर आएंगे।