उन्हें आईसीसी आचार संहिता के अनुच्छेद 2.3 के तहत किसी प्लेयर को मैदान पर अश्लील भाषा का प्रयोग करने की अनुमति नहीं होती है। जोसेफ के अनुशासनात्मक रिकॉर्ड में एक डिमेरिट अंक जोड़ा गया है, जो 24 महीने की अवधि में उनका पहला अपराध था।
जोसेफ ने मैच रेफरी के एमिरेट्स आईसीसी एलीट पैनल के जेफ क्रो द्वारा प्रस्तावित दंड को स्वीकार कर लिया है। इसलिए औपचारिक सुनवाई की कोई आवश्यकता नहीं थी। मैदानी अंपायर कुमार धर्मसेना और लेस्ली रीफर, तीसरे अंपायर आसिफ याकूब और चौथे अंपायर ग्रेगरी ब्रैथवेट ने उन पर आरोप लगाए थे। लेवल 1 उल्लंघन के लिए न्यूनतम दंड आधिकारिक फटकार, अधिकतम दंड खिलाड़ी की मैच फीस का 50 प्रतिशत और एक या दो डिमेरिट अंक है।
क्या है पूरा मामला?
वेस्टइंडीज और बांग्लादेश के बीच पहला वनडे मैच शुरू होने से पहले यह विवाद हुआ। दरअसल, अल्जारी जोसेफ को चौथे अंपायर ने स्पाइक्स वाले जूते पहन कर पिच पर जाने से रोका। यही बात अल्जारो जोसेफ को नागवार गुजरी। इसको लेकर उनकी फोर्थ अंपायर से तीखी बहस हुई। इसी बहस के दौरान कैरेबियाई तेज गेंदबाज ने अंपायर को अपमानजनक और अपशब्द भाषा का इस्तेमाल किया। उन्होंने अपने इस अपराध को बाद में स्वीकार भी किया है। दो मैचों का लगा था प्रतिबंध
अल्जारी जोसेफ पर पिछले महीने ही वेस्टइंडीज क्रिकेट की ओर से दो मैच का प्रतिबंध लगाया था। इंग्लैंड के खिलाफ कप्तान शाई होप की ओर से फील्डिंग में बदलाव नहीं किए जाने के चलते मैच के दौरान ही वह मैदान से बाहर चले गए थे। इससे संबंधित वीडियो भी सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ था।