पीसीबी के पास चैंपियंस ट्रॉफी 2025 की मेजबानी का अधिकार है और वह टूर्नामेंट को पूरी तरह से आयोजित करने पर अड़ा हुआ है। भारत द्वारा पाकिस्तान में खेलने के लिए सीमा पार जाने से इनकार करने के बाद, टूर्नामेंट आयोजित करने का संभावित विकल्प ‘हाइब्रिड मॉडल’ होगा।
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पिछले साल, भारत द्वारा यात्रा करने से इनकार करने के बाद पाकिस्तान ने हाइब्रिड मॉडल में एशिया कप की मेजबानी की थी। भारत ने सेमीफाइनल और फाइनल सहित टूर्नामेंट के अपने सभी मैच कोलंबो में खेले थे। इस महीने की शुरुआत में पीसीबी ने वैश्विक निकाय को पत्र लिखकर बीसीसीआई के फैसले के बारे में स्पष्टीकरण और विवरण मांगा था, जिसे खेल की विश्व शासी संस्था को सूचित कर दिया गया था। पीसीबी ने बीसीसीआई से लिखित जवाब मांगा है, साथ ही वह तारीख भी बताई है जिस दिन उसने आधिकारिक तौर पर आईसीसी को अपनी स्थिति बताई थी। टूर्नामेंट को लेकर चल रही अनिश्चितता के बीच, पीसीबी के अध्यक्ष मोहसिन नकवी ने 1996 के बाद से पाकिस्तान में पहली आईसीसी प्रतियोगिता की मेजबानी करने का विश्वास व्यक्त किया।
लाहौर के गद्दाफी स्टेडियम में एक प्रेस वार्ता में नकवी ने कहा, “हमने उन्हें (आईसीसी) अपने सवाल भेज दिए हैं। हम अभी भी उनके जवाब का इंतजार कर रहे हैं। मेरा मानना है कि खेल और राजनीति अलग-अलग हैं और किसी भी देश को दोनों को मिलाना नहीं चाहिए। चैंपियंस ट्रॉफी को लेकर अब भी मेरी सकारात्मक उम्मीदें हैं।”
बीसीसीआई द्वारा आईसीसी के समक्ष आपत्ति जताए जाने के बाद पीसीबी को टूर्नामेंट की ट्रॉफी यात्रा में बदलाव करना पड़ा क्योंकि पिछला मार्ग पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) के तीन शहरों से होकर गुजर रहा था।
यह भी पढ़ें: पर्थ टेस्ट मैच में हार के लिए इस दिग्गज ने ऑस्ट्रेलिया टीम को लगाई लताड़, कहा- मजबूरी में बदलाव… पीसीबी ने पिछले सप्ताह एक मार्ग की घोषणा की थी जिसमें पीओके की राजधानी मुजफ्फराबाद और क्षेत्र के दो अन्य शहर शामिल थे। बीसीसीआई की शिकायत के बाद हालांकि इन गंतव्यों को हटा दिया गया है, लेकिन इसे आधिकारिक तौर पर रद्द नहीं किया गया है। ट्रॉफी टूर अन्य सात चैंपियंस ट्रॉफी प्रतिभागियों का दौरा करने के बाद जनवरी में पाकिस्तान लौटेगा।