आईसीसी क्रिकेट समिति ने दिए थे सुझाव
कोरोना वायरस के बाद क्रिकेट में क्या बदलाव आने चाहिए, इसके लिए अनिल कुंबले की अध्यक्षता में वाली क्रिकेट समिति (ICC Cricket Committee) ने खिलाड़ियों और अधिकारियों की सुरक्षा के मद्देनजर आईसीसी को ये सारे सुझाव दिए थे। अब आईसीसी के मुख्य कार्यकारियों की समिति ने मंजूरी दे दी है। इन बदलावों के तहत अब स्थानी अंपायर मैच में रहेंगे और टीमों को एक अतिरिक्त डीआरएस भी मिलेगा। साथ में आईसीसी ने खिलाड़ियों की जर्सी पर 32 इंच के अतिरिक्त लोगो की भी अनुमति दी है, ताकि कोरोना संकट के कारण आर्थिक नुकसान उठा रहे बोर्ड भरपाई के लिए अतिरिक्त राजस्व कमा सकें।
आईसीसी ने बयान जारी कर दी जानकारी
आईसीसी ने बयान जारी कर इसकी जानकारी दी। आईसीसी ने बताया कि टेस्ट मैचों के दौरान यदि किसी खिलाड़ी में कोरोना वायरस संक्रमण का लक्षण पाया जाता है तो टीमों के पास उसकी जगह स्थानापन्न खिलाड़ी को उतारने का विकल्प रहेगा। कनकशन विकल्प की तरह ही मैच रेफरी से इसके लिए मंजूरी लेनी होगी। आईसीसी ने यह भी स्पष्ट किया कि यह नियम वनडे या टी-20 में लागू नहीं होगा।
ये बदलाव भी हैं अहम
खेलने के नए नियमों के तहत आईसीसी ने कोरोना महामारी के चलते अंतरराष्ट्रीय यात्रा में लॉजिस्टिक चुनौतियों का हवाला देते हुए द्विपक्षीय सीरीज में स्थानीय अंपायरों को भी मंजूरी दी है। बता दें कि ऐसा दो दशक बाद होने जा रहा है। स्थानीय अंपायरों की अनुभवहीनता के मद्देनजर दोनों टीमों को एक एक अतिरिक्त डीआरएस मिलेगा। आईसीसी क्रिकेट संचालन टीम स्थानीय मैच रेफरियों की मदद करेगी। एलीट पैनल का एक तटस्थ मैच रेफरी मैच के दौरान वीडियो लिंक से सुनवाई करने के लिए पूरे मैच के दौरान मौजूद रहेगा।
लार से गेंद चमकाने पर विपक्षी टीम को मिलेगी पेनल्टी
समिति ने गेंद को चमकाने पर लार से चमकाने पर भी रोक लगा दी है, क्योंकि लार से कोरोना संक्रमण फैलने का खतरा रहता है। इसके तहत प्रतिबंध का उल्लंघन करने पर रेफरी पहले चेतावनी देंगे, लेकिन बार-बार उल्लंघन करने पर पांच रन की पेनल्टी लगाई जाएगी। टीम को यह चेतावनी दो बार दी जाएगी। इसके बाद टीम जितनी बार भी इस नियम का उल्लंघन करेगी, उतनी बार पांच अतिरिक्त रन की पेनल्टी लगाई जाएगी। इसके अलावा गेंद पर जब भी कोई खिलाड़ी लगाएगा। अंपायर उसे साफ करेंगे।