बारिश के कारण आई बाधा
पहले सत्र के बाद बारिश के कारण मुकाबले को कुछ देर तक रोकना पड़ा। हालांकि मैच दोबारा शुरू हुआ लेकिन चायकाल के बाद मैच में फिर बारिश के कारण बाधा आई और तीसरे दिन के खेल को समय से पहले रोकना पड़ा। वहीं भारतीय महिला क्रिकेट टीम की बल्लेबाज स्मृति मंधाना ने कहा है कि खिलाड़ियों को टेस्ट के हर सत्र के समापन के समय आपस में बेहतर समझ बनाने के लिए अधिक टेस्ट मैच खेलने की आवश्यकता है।
पहले सत्र के बाद बारिश के कारण मुकाबले को कुछ देर तक रोकना पड़ा। हालांकि मैच दोबारा शुरू हुआ लेकिन चायकाल के बाद मैच में फिर बारिश के कारण बाधा आई और तीसरे दिन के खेल को समय से पहले रोकना पड़ा। वहीं भारतीय महिला क्रिकेट टीम की बल्लेबाज स्मृति मंधाना ने कहा है कि खिलाड़ियों को टेस्ट के हर सत्र के समापन के समय आपस में बेहतर समझ बनाने के लिए अधिक टेस्ट मैच खेलने की आवश्यकता है।
यह भी पढ़ें— इंग्लैंड पहुंचने के बाद महिला क्रिकेटर स्मृति मंधाना को नहीं आ रही नींद, वजह भी बताई 50 ओवर से अधिक बल्लेबाजी करने के अभ्यस्त नहीं
मंधाना ने पहली पारी में 78 रन बनाए थे। मंधाना ने तीसरे दिन की खेल समाप्ति के बाद कहा, हम निश्चित रूप से विचार कर सकते हैं कि हम 50 ओवर से अधिक बल्लेबाजी करने के अभ्यस्त नहीं हैं। लेकिन मैं यह नहीं कहूंगी कि टेस्ट मैचों में अनुभव की कमी के कारण मैं आउट हुई क्योंकि मैंने कल (गुरुवार) के आखिरी सत्र में अपना विकेट गंवा दिया था। उन्होंने कहा, लेकिन, निश्चित रूप से, मुझे लगता है कि नॉट आउट होने के कारण दिन को समाप्त करने का थोड़ा दबाव था, जो एक भूमिका निभा सकता है। जितना अधिक हम टेस्ट मैच खेलते हैं, उतना ही हम परिस्थितियों के अभ्यस्त हो जाते हैं-लंच से पहले एक ओवर या दिन समाप्त होने से पहले एक ओवर और उन सभी सत्रों में, ताकि हम (उनके पास आने) के बारे में अधिक परिपक्व हो सकें और दबाव न लें।
मंधाना ने पहली पारी में 78 रन बनाए थे। मंधाना ने तीसरे दिन की खेल समाप्ति के बाद कहा, हम निश्चित रूप से विचार कर सकते हैं कि हम 50 ओवर से अधिक बल्लेबाजी करने के अभ्यस्त नहीं हैं। लेकिन मैं यह नहीं कहूंगी कि टेस्ट मैचों में अनुभव की कमी के कारण मैं आउट हुई क्योंकि मैंने कल (गुरुवार) के आखिरी सत्र में अपना विकेट गंवा दिया था। उन्होंने कहा, लेकिन, निश्चित रूप से, मुझे लगता है कि नॉट आउट होने के कारण दिन को समाप्त करने का थोड़ा दबाव था, जो एक भूमिका निभा सकता है। जितना अधिक हम टेस्ट मैच खेलते हैं, उतना ही हम परिस्थितियों के अभ्यस्त हो जाते हैं-लंच से पहले एक ओवर या दिन समाप्त होने से पहले एक ओवर और उन सभी सत्रों में, ताकि हम (उनके पास आने) के बारे में अधिक परिपक्व हो सकें और दबाव न लें।