इस हादसे की बात करते हुए बस ड्राइवर ने बताया कि वे क्रिकेट नहीं देखते और वे नहीं जानते थे कि उस दुर्घटनाग्रस्त कार में कौन है। सुशील मान नाम के इस बस ड्राइवर ने बताया कि एसयूवी तेज गति में दूसरी दिशा से आ रही थी, जिसके बाद डिवाइडर से उसकी टक्कर हो गई। सुशील ने कहा कि गाड़ी इतनी तेज थी की कई बार पलट गई। एक समय ऐसा लग रहा था जैसे कार बस के नीचे आ जाएगी।
ड्राइवर मान ने एनडीटीवी से कहा, ”मैंने अपनी बस किनारे पर लगाई और डिवाइडर की तरफ दौड़ पड़ा। मुझे लगा कि कार बस के नीचे आ जाएगी, क्योंकि वह रुकने से पहले कई बार पलट चुकी थी। मैंने कार के ड्राइवर को खिड़की से आधा बाहर देखा। मैं उन्हें पहचान नहीं सका, तभी पांत ने मुझे बताया कि वह एक क्रिकेटर है। उसने मुझे अपनी मां को फोन लगाने के लिए कहा, लेकिन उनकी मां का फोन बंद था।” मान ने बताया कि वे क्रिकेट नहीं देखते हैं और उन्हें ऋषभ पंत के बारे में नहीं मालूम था।
मान ने आगे कहा, ‘ हालांकि मेरी बस में बैठे यात्री पंत को पहचान गए। मैंने जल्द से उन्हें कार के पास से हटाया और कार कि तलाशी ली कि क्या वहां कोई और है या नहीं।’ बस ड्राइवर ने बताया कि कार के अंदर एक नीला बैग था और 7-8 हज़ार रुपये पड़े हुए थे। मैंने उन्हें बाहर निकाला और एम्बुलेंस बुलाई। बाद में बैग और पैसे दोनों एम्बुलेंस को दे दिये।
मेडिकल बुलेटिन में कहा गया कि भारत के विकेटकीपर ऋषभ पंत के दिमाग और रीढ़ की एमआरआई के परिणाम सामान्य हैं। 25 वर्षीय पंत ने अपने चेहरे की चोटों, कटे हुए घावों को ठीक करने के लिए प्लास्टिक सर्जरी भी करवाई है, जबकि दर्द और सूजन के कारण उनके टखने और घुटने का एमआरआई स्कैन शनिवार तक के लिए टाल दिया गया है।
ईएसपीएन क्रिकइन्फो की एक रिपोर्ट के अनुसार, देहरादून के मैक्स अस्पताल के डॉक्टरों ने भी उन्हें घुटने के लिगामेंट की चोट का संदेह जताया है। रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि अस्पताल द्वारा शुक्रवार शाम को जारी मेडिकल बुलेटिन में भी कहा गया है कि पंत की हालत स्थिर हैं।
इससे पहले दिन में, बीसीसीआई ने भी एक बयान जारी किया था, जिसमें कहा गया था कि ऋषभ के माथे पर दो कट लगे हैं, उनके दाहिने घुटने में लिगामेंट फट गया है और उनकी दाहिनी कलाई, टखने, पैर के अंगूठे में भी चोट लगी है और उनकी पीठ पर चोट लगी है।