मार्च 2019 में श्रीसंत की एक याचिका पर फैसला देते हुए सुप्रीम कोर्ट ने यह कहते हुए उन पर से आजीवन प्रतिबंध हटा दिया था कि यह बहुत ज्यादा है। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड को निर्देश दिया था कि वह श्रीसंत की सजा को तीन महीने के भीतर पुनर्विचार कर तय करे। हालांकि अपने फैसले में सर्वोच्च अदालत ने यह भी कहा था कि बीसीसीआई के पास अनुशासनात्मक कार्रवाई का पूरा अधिकार है। उच्चतम न्यायालय के इस फैसले के आलोक में बीसीसीआई लोकपाल ने यह निर्णय लिया है।
सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद श्रीसंत ने कहा था कि उनके लिए सबसे पहले क्रिकेट है और वह मैदान पर वापसी करना चाहते हैं। इसी उम्मीद में उन्होंने अपनी ट्रेनिंग जारी रखी है। तेज गेंदबाज श्रीसंत की उम्र फिलहाल 36 साल है और वह अगले साल तक 37 साल के हो जाएंगे। ऐसे में उनके पास बहुत क्रिकेट को देने के लिए बहुत कम समय बचा है। अब यह देखना है कि बीसीसीआई के इस फैसले के बाद क्या श्रीसंत को उनके राज्य की टीम केरल में फिर मौका मिलता है या नहीं।