सीनियर प्लेयर्स के साथ केमिस्ट्री –
गंभीर पर आईसीसी ट्रॉफी जिताने का प्रेशर तो होगा ही। इसके अलावा पूर्व कप्तान विराट कोहली और वनडे और टेस्ट के कप्तान रोहित शर्मा जैसे सीनियर प्लेयर्स के साथ उनकी केमिस्ट्री पर भी नजरें होंगी। गंभीर पूर्व कोच राहुल द्रविड़ की तरह शांत स्वभाव के नहीं हैं। उन्हें उनके आक्रामक स्वभाव के लिए जाना जाता है। भारतीय टी20 टीम में अब कोई सीनियर खिलाड़ी नहीं बचा है। ऐसे में गंभीर को अब नए सिरे से टीम तैयार करनी होगी। लेकिन वनडे और टेस्ट क्रिकेट में सीनियर खिलाड़ी अब भी मौजूद हैं। रोहित, विराट, रविचंद्रन अश्विन और रवींद्र जडेजा लंबे समय से टेस्ट टीम का हिस्सा है। ऐसे में देखना अहम होगा कि वह इन खिलाड़ियों से किस तरह की केमिस्ट्री बैठाते हैं।
विराट कोहली से मतभेद –
विराट कोहली और गंभीर के बीच पहले कई बार मतभेद देखने को मिले हैं। आईपीएल के दौरान ये दोनों दिग्गज कैमरे के सामने लड़ाई करते हुए नज़र आए हैं। ऐसे में कोहली के साथ उनकी केमिस्ट्री कैसी रहती है ये देखना होगा। हालांकि अब दोनों के बीच मनमुटाव खत्म हो गया है। वहीं रोहित अब वनडे और टेस्ट के कप्तान रहेंगे और टी20 की कप्तानी हार्दिक पांड्या को मिल सकती है। ऐसे में दो अलग – अलग कप्तानों से तालमेल बैठाना आसान नहीं होगा।
तीनों फॉर्मेट का एक कप्तान –
ऐसे में गंभीर को अब ऑल फॉर्मेट लीडर तैयार करना होगा। रोहित का 2025 तक वनडे और टेस्ट में कप्तान रहना तय है। लेकिन उनके बाद वे संन्यास ले सकते हैं। ऐसे में वनडे वर्ल्ड कप 2027 को ध्यान में रखते हुए तीनों फॉर्मेट का एक कप्तान चुनना होगा। टीम इंडिया में लंबे समय से तीनों फॉर्मेट का एक ही कप्तान ही चुना जाता है। इसी कारण 2008 के बाद एमएस धोनी, 2017 से विराट कोहली और 2022 से रोहित शर्मा ने तीनों फॉर्मेट में भारत को लीड किया। अगर यही ऐसा ही जारी रहता है तो गंभीर के सामने टीम इंडिया का ऑल फॉर्मेट कप्तान तैयार करने की भी चुनौती है।