पाकिस्तान के खिलाफ इंटरनेशनल डेब्यू
यशपाल शर्मा ने अपना इंटरनेशनल डेब्यू पाकिस्तान के खिलाफ किया था। उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ सियालकोट में वर्ष 1978 में वनडे मैच खेला था। वहीं उन्होंने अपना पहला टेस्ट मैच वर्ष 1979 में इंग्लैंड के खिलाफ लॉर्ड्स मैदान पर खेला था। शर्मा ने अपना आखिरी वनडे साल 1985 में इंग्लैंड के खिलाफ चंडीगढ़ में खेला था। वहीं आखिरी टेस्ट मैच उन्होंने वर्ष 1983 में वेस्टइंडीज के खिलाफ दिल्ली में खेला था।
यशपाल शर्मा ने अपना इंटरनेशनल डेब्यू पाकिस्तान के खिलाफ किया था। उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ सियालकोट में वर्ष 1978 में वनडे मैच खेला था। वहीं उन्होंने अपना पहला टेस्ट मैच वर्ष 1979 में इंग्लैंड के खिलाफ लॉर्ड्स मैदान पर खेला था। शर्मा ने अपना आखिरी वनडे साल 1985 में इंग्लैंड के खिलाफ चंडीगढ़ में खेला था। वहीं आखिरी टेस्ट मैच उन्होंने वर्ष 1983 में वेस्टइंडीज के खिलाफ दिल्ली में खेला था।
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यशपाल शर्मा वर्ष 1983 में विश्व कप जीतने वाली भारतीय टीम का अहम हिस्सा रहे थे। विश्व कप में उन्होंने वेस्टइंडीज़ के खिलाफ 89 रनों की शानदार पारी खेली थी। इस मैच में टीम इंडिया को जीत मिली थी। वहीं वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल मैच में भी यशपाल शर्मा ने 61 रनों की पारी खेली थी।।
यशपाल शर्मा वर्ष 1983 में विश्व कप जीतने वाली भारतीय टीम का अहम हिस्सा रहे थे। विश्व कप में उन्होंने वेस्टइंडीज़ के खिलाफ 89 रनों की शानदार पारी खेली थी। इस मैच में टीम इंडिया को जीत मिली थी। वहीं वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल मैच में भी यशपाल शर्मा ने 61 रनों की पारी खेली थी।।
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वनडे में नहीं कर सके वापसी
यशपाल शर्मा का जन्म 11 अगस्त, 1954 को पंजाब में हुआ था। पंजाब में स्कूल की ओर से खेलते हुए शर्मा ने 260 रन बनाए थे। इसके बाद से ही वे लगातार सुर्खियों में रहे। हालांकि 1983 के वर्ल्डकप के बाद यशपाल शर्मा का कॅरियर लगातार ढलान की ओर जाने लगा। खराब परफॉर्मेंस के कारण पहले उन्हें टेस्ट टीम से बाहर किया गया। इसे बाद वह वनडे में भी वापसी नहीं कर सके।
वनडे में नहीं कर सके वापसी
यशपाल शर्मा का जन्म 11 अगस्त, 1954 को पंजाब में हुआ था। पंजाब में स्कूल की ओर से खेलते हुए शर्मा ने 260 रन बनाए थे। इसके बाद से ही वे लगातार सुर्खियों में रहे। हालांकि 1983 के वर्ल्डकप के बाद यशपाल शर्मा का कॅरियर लगातार ढलान की ओर जाने लगा। खराब परफॉर्मेंस के कारण पहले उन्हें टेस्ट टीम से बाहर किया गया। इसे बाद वह वनडे में भी वापसी नहीं कर सके।