बता दें कि पीटर रोबक फर्स्ट क्लास काउंटी समरसेट के पूर्व कप्तान थे। 2011 में केपटाउन में जब यह घटना घटी, तब पीटर रोबक 55 वर्ष के थे। उनकी मौत की खबर उस दौरान काफी सुर्खियों में रही। नवंबर 2011 में ऑस्ट्रेलिया और साउथ अफ्रीका के बीच खेले जा रहे उस मैच में रोबक कमेंट्री पैनल में थे। 7 नवंबर को एक 26 वर्षीय शख्स ने पीटर रोबक पर होटल के कमरे में यौन उत्पीड़न का कथित आरोप लगाया था।
गिरफ्तारी से पहले ही की थी आत्महत्या
पुलिस की टीम इसके बाद 12 नवंबर को पीटर को गिरफ्तार करने होटल गई थी। पुलिस अधिकारी ने बताया कि उसने अपने सहयोगी लेफ्टिनेंट सेसिल जैकब्स को रोबक पर चिल्लाते हुए सुना। कुछ ही देर बाद एक तेज आवाज आई। फिर जानकारी मिली कि ये आवाज पीटर की होटल की बालकनी से गिरने की थी।
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2001 में मिली थी निलंबित जेल की सजा
जानकारी के अनुसार, 1999 में पीटर रोबक पर साथ रहने वाले तीन साउथ अफ्रीकी युवा क्रिकेटरों को पीटने का केस भी दर्ज हुआ था। उस केस में दो साल बाद रोबक को 2001 में इंग्लैंड में सामान्य हमले के लिए निलंबित जेल की सजा भी मिली थी।
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