मैनचेस्टर यूनाइटेड के पूर्व स्ट्राइकर की अनुपस्थिति स्विट्जरलैंड के खिलाफ महसूस नहीं की गई थी, जहां गोंकालो रामोस ने उनकी जगह ली और शानदार गोल की हैट्रिक लगाई, जबकि पेपे, राफेल गुएरेइरो और राफेल लीओ ने भी गोल दागे। इससे मैच से 90 मिनट पहले पुर्तगाल की शुरूआती एकादश का सभी को बेसर्बी से इंतजार होगा क्योंकि रोनाल्डो अपने चमचमाते करियर में दूसरी बार विश्व कप क्वार्टर फाइनल खेलने के लिये बेसब्र होंगे।
दोनों टीमों ने अबतक एक भी वर्ल्ड कप नहीं जीता है। मोरेक्को वर्ल्ड कप के इस दौर में पहुंचने वाला अफ्रीका का चौथा देश है। कैमरून ने 1990 में, सेनेगल ने 2002 और घाना ने 2010 में यह उपलब्धि हासिल की थी। इन तीनों में से कोई भी टीम हालांकि सेमीफाइनल तक नहीं पहुंची थी। मोरक्को की टीम कतर में अंतिम आठ में पहुंचने वाली यूरोप या दक्षिण अमेरिका से बाहर की पहली टीम है। जबकि पुर्तगाल ने तीसरी दफा अंतिम-8 में जगह बनाई है। वह आखिरी बार 2006 में अंतिम-8 में पहुंचा था। ऐसे में दोनों टीमों की नज़ारे सेमीफाइनल में जगह बना इतिहास रचने पर होगी।
पुर्तगाल का सफर –
पुर्तगाल के लिए यह वर्ल्ड कप शानदार रहा है। टीम ने अबतक एक भी मैच नहीं हारा है। इतना ही नहीं हर मैच में टीम ने दो या उससे ज्यादा गोल दागे हैं। इस वर्ल्ड कप में पुर्तगाल सबसे ज्यादा गोल दागने वाली टीम है। पुर्तगाल ने पहला मुक़ाबला घाना से खेला था। इस मैच में क्रिस्टियानो रोनाल्डो की कप्तानी वाली टीम ने घाना को 3-2 से हराया था। वहीं दूसरा मुक़ाबला उरुग्वे से खेला था। इस मैच में पुर्तगाल ने 2-0 से जीत दर्ज़ की थी। तीसरे मुक़ाबले में पुर्तगाल ने कोरिया को 2-1 से हराया था। राउंड ऑफ 16 की बात करें तो स्विट्जरलैंड के खिलाफ रोनाल्डो के बिना पुर्तगाल ने 6-1 से शानदार जीत दर्ज़ की थी।
मोरक्को का सफर –
मोरक्को ने इस वर्ल्ड कप में अपनी काबिलियत से बढ़कर प्रदर्शन किया है। टूर्नामेंट शुरू होने से पहले कोई भी यह नहीं कह सकता था कि यह टीम क्वार्टर फाइनल तक पहुंचेगी। क्रोएशिया और बेल्जियम जैसे दिग्गज देशों के बीच इस टीम ने बेहतरीन प्रदर्शन कर राउंड ऑफ 16 में जगह बनाई और फिर क्वार्टर फाइनल तक का सफर तय किया। मोरक्को का पहला मैच क्रोएशिया से गोलरहित ड्रा रहा। वहीं दिग्गज बेल्जियम को उन्होंने 2-0 से हराया। इसके बाद तीसरे मैच में कनाडा को 2-1 से हरा प्री – क्वार्टर फाइनल में जगह पक्की की। वहीं क्वार्टर प्री – फाइनल में उन्होंने स्पेन को 3-0 से हरा इतिहास रच दिया।