आपको जानकर आश्चर्य होगा कि वृद्धिमान साहा साउथ सिटी के अपने अपार्टमेंट में ही अपने पिता प्रशांत साहा की मदद से अभ्यास कर रहे हैं, ताकि विकेटकीपिंग के लिए जरूरी हाथों और आखों का तालमेल बना रहे। वृद्धिमान साहा ने बताया कि आप समझ सकते हैं कि अपार्टमेंट के भीतर विकेटकीपिंग का अभ्यास कितना मुश्किल है। वह जितना संभव हो, उतना ड्रिल कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि वह हाथों और आंखों के सामंजस्य वाली ड्रिल करते हैं, एक विकेटकीपर के लिए सबसे जरूरी होता है।
साहा बोले, भाग्यशाली हैं कि घर ऐसा है
साहा ने कहा कि वह कभी-कभी दीवार पर सॉफ्टबॉल मारते हैं और फिर गेंद को कैच करते हैं, ताकि क्रिकेट खेलने का अहसास बना रहे। उन्होंने बताया कि इस काम में फ्लैट के भीतर उनके पिता भी कभी-कभी मदद करते हैं। साहा ने बताया कि वह भाग्यशाली हैं कि उनके फ्लैट में कूदने और कैच का अभ्यास करने के लिए पर्याप्त जगह है। वह दोनों तरफ मूव कर सकते हैं और कैच पकड़ सकते हैं। साहा से जब यह पूछा गया कि यह अनचाहा ब्रेक कंधे की सर्जरी के लिए 2018-2019 की तरह है तो उन्होंने कहा- नहीं, उनके लिहाज से यह उस समय से बेहतर है।
अपार्टमेंट में नियमित अभ्यास है मुश्किल
बता दें कि टीम इंडिया के स्ट्रेंथ एवं अनुकूलन कोच निक वेब ने सभी खिलाड़ियों के लिए निजी ट्रेनिंग कार्यक्रम तैयार किया है और सबको सर्कुलेट कर रखा है। साहा ने बताया कि उनके पास एक्सरसाइज के लिए कुछ उपकरण हैं, लेकिन परिवार की मौजूदगी में अपार्टमेंट के भीतर नियमित तौर पर अभ्यास करना संभव नहीं हो पाता है।