दरअसल इस मैच के दौरान मांजरेकर अपने कमेंट्री साथी के साथ फील्डिंग कोच मुनीश बाली की चर्चा कर रहे थे। उन्होंने मांजरेकर को बताया कि फील्डिंग कोच पंजाब के पूर्व क्रिकेटर हैं। इसके बाद, मांजरेकर ने कहा, ”सॉरी, मैंने उनको पहचाना नहीं। नॉर्थ के प्लेयर्स की तरफ मेरा ज्यादा ध्यान नहीं होता।” उनके इस कमेन्ट पर लोग भड़क गए और उन्हें रेसिस्ट कहने लगे।
देखा जाये तो यह कमेन्ट कहीं से भी रेसिस्ट नहीं है और न ही मांजरेकर ने किसी समुदाय या वर्ग के लिए कोई ‘आपत्तिजनक’ टिप्पणी की है। पटियाला के मुनीश बाली इंडियन क्रिकेट सर्किट के सबसे अनुभवी कोचों में से एक हैं। उन्होंने पंजाब की एज-ग्रुप लेवल की टीमों के मुख्य कोच के रूप में शुरुआत की। उन्हें इंटरनेशनल सेटअप का अच्छा-खासा अनुभव है। वह 2008 में अंडर-19 वर्ल्ड कप जीतने वाली टीम के असिस्टेंट कोच रह चुके हैं, जिसमें विराट कोहली, रविंद्र जडेजा और मनीष पांडे जैसे शानदार फील्डिर थे।