500 रन बनाने से चूके द्रोण देसाई
अहमदाबाद के अंडर-19 स्कूल
क्रिकेट टूर्नामेंट में सेंट जेवियर्स स्कूल और जेएल इंग्लिश स्कूल के बीच खेला गया मुकाबला द्रोण देसाई की पारी वजह से चर्चा का विषय बन गया है। इस मैच में दाएं हाथ के युवा बल्लेबाज द्रोण देसाई ने 320 गेंद का सामना करते हुए 86 चौके और 7 छक्के की मदद से 498 रन की विस्फोटक पारी खेली। ये रन उन्होंने 155.62 के स्ट्राइक रेट से बनाए।
छह घंटे 12 मिनट क्रीज पर डटे रहे द्रोण देसााई
वह कुल छह घंटे 12 मिनट क्रीज पर डटे रहे। हालांकि द्रोण देसाई मात्र 2 रन से अपने 500 रन बनाने से चूक गए। जब वह आउट हुए तो सेंट जेवियर्स का स्कोर 775 रन था। इसके बाद टीम ने 844 रन बनाकर अपनी पहली पारी घोषित कर दी। इसके जवाब में जेएल इंग्लिश स्कूल की टीम अपनी पहली पारी में सिर्फ 40 और दूसरी पारी में महज 92 रन बना सकी। इस तरह सेंट जेवियर्स ने ये मुकाबला 712 रन से जीत लिया। बने देश के छठे क्रिकेटर
द्रोण देसाई अब देश में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले छठे बल्लेबाज बन गए हैं। इस मामले में टॉप मुंबई के प्रणव धनावड़े हैं, जिन्होंने नाबाद 1009 रन की पारी खेली थी। ये देश में अब तक का सबसे बड़ा निजी स्कोर है। इस मामले में दूसरे स्थान पर पृथ्वी शॉ हैं, जिन्होंने 546 रन की उम्दा पारी खेली थी। वहीं, डॉ. हवेवाला 515 रन के साथ तीसरे और चमनलाल 506 के साथ चौथे और अरमान जाफर 498 रन की पारी के साथ पांचवें नंबर पर हैं।
द्रोण देसाई 498 रन बनाने के बाद भी नाखुश
द्रोण देसाई अपने इस धमाकेदार प्रदर्शन के बाद भी निराश नजर आए, क्योंकि उनके पास 500 के आंकड़े को छूने का मौका था, लेकिन वह महज दो रन से चूक गए। द्रोण ने बताया कि उन्हें खुद नहीं पता था कि वे 498 रन के स्कोर पर हैं, क्योंकि मैदान पर कोई स्कोर बोर्ड नहीं था। अगर उन्हें पता होता तो वह अपने 500 रन पूरे जरूर करते।
जानें कौन हैं द्रोण देसाई
द्रोण देसाई अहमदाबाद के सेंट जेवियर्स स्कूल के छात्र हैं। सचिन तेंदुलकर को अपना आइडियल मानने वाले द्रोण सात साल की उम्र से क्रिकेट खेल रहे हैं। द्रोण ने बताया कि पिता ने ही क्रिकेटर बनने के लिए प्रेरित किया। पिता मानते हैं कि मैं एक दिन बड़ा क्रिकेटर बन सकता हूं। इसी वजह से पिता ने जयप्रकाश पटेल की एकेडमी में दाखिला कराया, जो 40 से अधिक क्रिकेटरों को कोचिंग दे चुके हैं।