महेन्द्र सिंह धोनी इकलौते ऐसे कप्तान हैं, जिनकी कप्तानी में टीम इंडिया ने आईसीसी की तीन ट्रॉफी जीती। वर्ष 2007 में धोनी की कप्तानी में भारत ने टी20 वर्ल्ड जीता। इसके बाद वर्ष 2011 में उनकी कप्तानी ने भारत ने वनडे विश्व कप में भी जीत हासिल की। वहीं, वर्ष 2013 में आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब भी टीम इंडिया ने धोनी की कप्तानी में ही जीता।
धोनी ने वनडे फॉर्मेट में कई रिकॉर्ड्स बनाए हैं। धोनी के नाम वनडे में सबसे ज्यादा बार नाबाद पवेलियन लौटने का रिकॉर्ड है। वह अपने वनडे कॅरियर में 84 बार नॉट आउट रहे। उनके बाद इस लिस्ट में दूसरे नंबर पर दक्षिण अफ्रीका के पूर्व दिग्गज ऑलराउंडर शॉन पोलाक हैं। पोलाक 72 बार नाबाद रहे।
एमएस धोनी बेहमरीन बल्लेबाज होने के साथ कमाल के विकेटकीपर भी हैं। उनकी स्टपिंग के सभी लोग कायल हैंं। वह इतनी तेज गति से स्टंपिंग करते हैं कि बल्लेबाज को संभलने का मौका ही नहीं मिलता। धोनी के नाम इंटरनेशनल क्रिकेट में सबसे ज्यादा स्टंपिंग का रिकॉर्ड है। उन्होंने इंटरनेशनल क्रिकेट में 192 बार खिलाड़ियों को स्टंप किया है। रिपोर्ट के अनुसार, टेस्ट में 38, वन-डे में 120 और टी-20 में 34 बार स्टंपिंग का रिकॉर्ड है।
धोनी बड़े शॉट्स खेलने के लिए पॉपुलर रहे हैं। उनका हेलीकॉप्टर शॉट तो काकी फेमस है। धोनी सिक्स लगाने के लिए भी काफी मशहूर हैं। उन्होंने क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट में 359 सिक्स लगाए हैंं। टेस्ट में 70, वनडे में 229 और टी20 अंतरराष्ट्रीय में 52 सिक्स जड़े। वनडे क्रिकेट में सबसे अधिक सिक्स लगाने के मामले में वह भारतीय बल्लेबाजों में दूसरे स्थान पर हैं। वनडे में 9 मौकों पर छक्का जमाकर टीम को जीत दिलाने वाले दुनिया के एकमात्र खिलाड़ी हैं।
धोनी भारत की तरफ से सबसे ज्यादा बार कप्तानी कर चुके हैं। उन्होंने 60 टेस्ट, 200 वन-डे और 72 टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में टीम इंडिया की कप्तानी की है। इसके अलावा वो भारत के सबसे सफल कप्तानों में से भी एक हैं।